पीटर बाबा तो मजेदार हैं भई! - हिन्दी ब्लॉग टिप्स

Breaking

Thursday, October 16

पीटर बाबा तो मजेदार हैं भई!


आपसे हिन्दी ब्लॉग टिप्स के विस्तार का वादा किया था। इसी कड़ी में आज एक अच्छी वेबसाइट की जानकारी आपके साथ शेयर कर रहा हूं। उम्मीद है कि आप लोग भी इस वेबसाइट को उतना ही पसंद करेंगे, जितना कि मैं। दरअसल यह वेबसाइट विशुद्ध मनोरंजन के लिए है और आपके परिजनों और मित्रों को कुछ दिन इंटरनेट पर व्यस्त रख सकती है। और इसके जरिए आप खुद को हीरो भी साबित कर सकते हैं।

हर किसी को अपने भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में जानने का शौक होता है। पीटरआसंर्स ऐसी ही एक वर्चुअल टैरो वेबसाइट है, जहां पीटर महोदय आपके बारे में कुछ भी बता सकते है। यकीन नहीं होता, जरा इस साइट पर भ्रमण कीजिए, इसे टटोलिए और फिर से यहां आ जाइए। हां, जवाब पाने के लिए यहां आपको पहले एक पिटिशन लिखनी होगी (तरीका उसी वेबसाइट पर दिया गया है), इसके बाद एंटर प्रेस कर अपना सवाल लिखना होगा।



अगर आपने पीटर में अपनी श्रद्धा रखी और पीटर महोदय आपसे खुश हो गए तो आपके सारे सवालों के जवाब दे देंगे। नहीं तो अपने जवाबों से आपको घुमाते रहेंगे।

पीटर मुट्ठी में

क्या कहा, पीटर ने आपके किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। क्या अब आप इस पीटर को अपनी मुट्ठी में कर हर सवाल का जवाब पाना चाहते हैं। तो यह ट्रिक अपनाइए। जब आप पिटिशन लिखते हैं तो लिखते वक्त अगर डॉट की (.) प्रेस कर दी जाए तो पीटर काबू में आ सकता है। जैसे मान लीजिए मैंने लिखा Peter, .pink. answer तो स्क्रीन पर आपको और आपके दोस्तों को तो यही लिखा दिखेगा कि Peter, please answer और जैसे ही आप सवाल पूछेंगे कि आपने कौनसे रंग की टी-शर्ट पहनी है, जवाब आएगा pink । मतलब समझे.. दो डॉट्स के बीच अपने अभीष्ठ उत्तर को लॉक किया जा सकता है। यानी आसान सी ट्रिक अपनाइए, दोस्तों को पास बैठाइए, उनके सवालों के जवाब दीजिए और उन पर छा जाइए। हां लेकिन एक बात.. ज्यादा दिनों तक नहीं.. कुछ समय बाद उन्हें यह राज बता दीजिए। आखिर भावनाओं का भी तो कुछ महत्व है।
सर्च इंजनों पर थोड़ी चहलकदमी के बाद मैं कुछ ऐसी वेबसाइट्स और ढूंढ़ पाया जो पीटर की तर्ज पर चलती हैं, और उसी ट्रिक को अपनाती हैं। ये हैं आस्कजुड और मिस्टर अलमाइटी..

हिन्दी ब्लॉग टिप्स की हर नई जानकारी अपने मेल-बॉक्स में मुफ्त मंगाइए!!!!!!!!!!

3 comments:

  1. Abhi haal hi main Orissa gaya tha tab is website ke bare mein pata chala. meri relative jo ki ek teacher hain ke ghar bahut sare students padhne aaye the aur usmein se ek ne sab par Peter ka jadoo aisa chalaya tha ki baki sab bolte the ki mam Peter to sachmuch sab kuch janta hai. Par ek baar google search kar hi Peter ki asaliyat ka bhanda maine phod diya aur uske baad us ladke ki jo khinchai huyi ki bas.:)

    ReplyDelete
  2. हम भी एक दिन घर भर के मजे ले चुके हैं इससे। वैसे इसके विषय में रमणजी ने बताया था हिन्‍दी चिट्ठाजगत को सबसे पहले। http://kaulonline.com/chittha/2008/05/peter-answer

    ReplyDelete
  3. मजेदार लगी यह ..बढ़िया टाइम पास है :)

    ReplyDelete