अब 'बदमाशी' थोड़ी मुश्किल है.. - हिन्दी ब्लॉग टिप्स

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Thursday, April 23

अब 'बदमाशी' थोड़ी मुश्किल है..

पिछले दिनों नरेश जी ने अपने ब्लॉग मेरी शेखावाटी पर सी-बॉक्स विजेट के प्रति चेतावनी देते हुए एक आलेख प्रकाशित किया था। उन्होंने हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर हैल्पलाइन के रूप में लगे सी-बॉक्स में 'बदमाश' नाम से टिप्पणी की थी और चेतावनी दी थी कि इस तरह इसका कोई भी गलत इस्तेमाल कर सकता है। इसी क्रम में जब मैंने इस विजेट की सुविधाओं को पूरा खंगाला तो पता चला कि इसके जरिए ऐसी 'बदमाशी' करना उतना आसान नहीं है, जितना आम तौर पर समझा जाता है।

यह विजेट अपने मुफ्त संस्करण में ही आपको उन सभी लोगों के आईपी एड्रेस दे देती है, जिन्होंने इसके जरिए टिप्पणी लिखी है। इसलिए बुरी मानसिकता के साथ टिप्पणी करने वाले की पहचान गोपनीय नहीं रहती। दूसरी सुविधा यह है कि आप अनचाहे संदेश आसानी से डिलीट कर सकते हैं। देखिए हिन्दी ब्लॉग टिप्स के सी-बॉक्स में आपको नरेश जी की "बदमाश" टिप्पणी अब डिलीट हो चुकी है। तीसरी सुविधा यह है कि आप चिट्ठाकंटक आईपी एड्रेस को हमेशा के लिए ब्लॉक भी कर सकते हैं। यानी ब्लॉक होने के बाद उस कंप्यूटर से आपको कभी संदेश नहीं भेजा जा सकता।

अगर आप सी-बॉक्स का इस्तेमाल करते हैं और मैसेज डिलीट करना चाहते हैं या संदेश भेजने वाले का आईपी एड्रेस पाना चाहते हैं तो सबसे पहले सी-बॉक्स साइट पर जाकर लॉग-इन कीजिए। इसके बाद सबसे दाहिनी ओर स्थित मैसेज ऑप्शन पर जाइए-

बड़े आकार में देखने के लिए यहां क्लिक करें

नीचे आपको सभी सूचनाएं मिल जाएंगी। यहां आप न केवल संदेश भेजने वाले व्यक्ति का आईपी एड्रेस देख सकते हैं, बल्कि संदेश को डिलीट कर सकते हैं औऱ ऐच्छिक आईपी एड्रेस को ब्लॉक कर सकते हैं।

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गलत इस्तेमाल किसी भी सुविधा का हो सकता है। ब्लॉग में टिप्पणी के जरिए भी कुछ भी लिखा जा सकता है। सुविधा का इस्तेमाल बंद कर देना इसका उपाय नहीं। हमें ज्यादा सावधान हो जाना चाहिए। मुझे लगता है कि हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर हेल्पलाइन मुझे पाठकों के साथ सीधे सम्प्रेषण का मौका उपलब्ध कराती है और इसको हटाना पाठकों के हित में कतई नहीं है।




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18 comments:

  1. बहुत हीं अच्छी जानकारी दी आपने. बहुत बहुत धन्यवाद.

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  2. अभी तक सी बॉक्स इस्तेमाल तो नहीं किया.. पर नरेश जी का शुक्रिया उन्होंने बदमाश टिपण्णी की और आपने ये पोस्ट लिखी..
    जो यूज करते है उनके लिए तो निश्चित ही काम की पोस्ट है ये

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  3. प्रियवर आशीष खण्डेलवाल जी!
    आपकी हर पोस्ट नवीनतम जानकारी से भरी होती है।
    जब से आपके ब्लाग को पढ़ रहा हूँ,
    तब से आज तक आपकी हर टिप्स को
    अपने पीसी में सेव कर रहा हूँ।
    आपकी निष्ठा, लगन और परिश्रम को नमन।

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  4. एक और महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने.

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  5. आशीष जी ,आप सी- बॉक्स मत हटाईये.तकनिकी मुश्किल होने पर वह एक तरह से आप से सीधे संवाद का ज़रिया है.
    वैसे आज कल I.P.पता मालूम करना मुश्किल नहीं होता.अब वर्ड प्रेस के ब्लॉगर भी हर टिप्पणीकर्ता का I.P.पता अपने खाते में पा जाते हैं चाहें आप अनाम हो कर टिपण्णी करें तब भी...तो क्या आप वर्डप्रेस वाले ब्लॉग पर टिपण्णी करना भी बंद कर देंगे?नहीं न...इस लिए सावधान रहीये..बस!

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  6. फिक्स्ड होगा तो चलेगा, लेकिन डायनामिक आईपी एड्रेस के मामले में गड़बड़ हो जायेगी, आशीष

    अभी जो आई पी मेरा है वो आधे घंटे बाद मेरे ही शहर में रूपलाल का होगा, रात को रमेश का होगा, कल सुबह रामलाल का होगा। हो सकता है वो आई पी दुबारा मेरे कम्प्यूटर की तरफ आये ही ना।

    फिर आई पी बेस्ड ब्लॉकिंग का क्या?

    हाँ, पोस्ट के अंतिम पैराग्राफ से सहमत हूँ

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  7. इस बॉक्स को हटाना तो कतई उचित नहीं । उपयोगी है यह आपके चिट्ठे के लिये ।

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  8. हम तो तकनीक मे अनाडी है । जो कुछ सीखा है वह इसी हिन्दी ब्लोग जगत की मेहरवानी से ही सीखा है । आपका यह ब्लोग कितने लोगो का भला कर रहा है यह सारा हिन्दी ब्लोग जगत जानता है । इस सी बोक्स की वजह से सभी को नुकशान उठाना पडा है एसा भी नही है । परेशानी केवल उन्हीं को झेलनी पड सकती है जो शर्मिन्दा है और अपना पक्ष खुल कर नही रख पाया हो । बाकी जो इन छोटी छोटी बातो मे ध्यान नही देता है । उसका कोई क्या बिगाड लेगा । मै भी यही चाहता हू कि आप यह बोक्स लगाये रखे । हम जैसे लोगो का तो ज्ञानवर्धन इसी से होता है ।

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  9. हर चीज के दो पहलु होते है अच्छा और बुरा ! नरेश जी का शुक्रिया कि उन्होंने इसके गलत इस्तेमाल के बारे में बताया ! लेकिन कोई इसका गलत करे इसमें इस बक्से को लगाने वाले की क्या गलती ? ये तो इसे इस्तेमाल करने वाले वाले की मानसिकता पर निर्भर करता है कि वह इस बक्से का कैसे इस्तेमाल करता है ! आप इस बक्से को लगाये रखे इससे आप के साथ सीधे संवाद करने में आसानी रहती है |

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  10. भाई काला अक्षर भैंस बराबर..तो हम क्या कहें?

    रामराम.

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  11. अच्छी पोस्ट।
    शब्दों का सफर पर आने वाले सभी साथी शरीफ हैं। वे शब्दों का महत्व जानते हैं। अभी तक किसी अभद्र शब्द से पाला नहीं पड़ा है।
    जै जै

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  12. It is realy great help...
    ab kisi ki manmani nahin hogi...
    meet

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  13. आशीश भाई आपने यह तो बता दिया कि इससे कमैंट करने वाले को ब्लॉक किया जा सकता है लेकिन आपने खुलकर नहीं बताया कि आई पी कैसे पता की जा सकती है और उस आईपी को कैसे ब्लॉक किया जा सकता हैं साथ ही अगर आप इस बात पर अगली पोस्ट डाल दें तो सीखने में आसानी होगी। क्योंकि ज़िस प्रकाश मुझ पर मेरे ही ब्लॉग के माध्यम से गाली निकालने का जो आरोप लगाया गया है उसकी शर्मिंदगी से मैं अब तक नहीं उबर पाया हूँ और ये गाली किसने मेरे ब्लॉग पर डाली है उसका पता चल पाया है। कृपया यहाँ भी बताएं कि अगर सी बॉक्स में इस तरह का कमैंट अगर कोई डाल दे तो उसे डिलीट कैसे किया जा सकता है? आपका और नरेश भाई दोनों का शुक्र गुज़ार हूँ । अगर नरेश भाई अपनी पोस्ट न लिखते तो शायद ये आपके ध्यान में शायद न आती और आपकी इतनी ज्ञान वर्धक जानकारी मुझ जैसे नये ब्लॉगर अछूते रह जाते। उम्मीद है कि मेरे प्रश्नों का उत्तर आपकी अगली पोस्ट दे देगी और मेरा ज्ञानवर्धन होगा।


    सादर!


    प्रकाश बादल्

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  14. आपके विचार से सहमत। हमारी जानकारी भी बढ़ी। यदि सीबॉक्‍स नहीं होता तो इतनी आसानी से अपनी समस्‍याओं के संबंध में हम आपसे संवाद नहीं कर पाते।

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  15. आशीष जी, कल से मेरा तुरन्त छापो बटन गायब है, क्यों?

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  16. छाता ओढ़ लेने से बरसात बंद नहीं हो जाती.
    मज़ा तो तब है कि ब्लॉग पर, IP एड्रेस भी स्पैम की तरह ब्लोंक किया जा सके (जैसे इ-मेल में).

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