हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर आज 'ब्लॉग पर traffic बढ़ाएं' सिरीज की पांचवीं और अंतिम कड़ी पेश की जा रही है। इस सिरीज में जो तरीके बताए जा रहे हैं वे भी आपके ब्लॉग तक विजिटर पहुंचाने में काफी मददगार साबित होंगे। उम्मीद है कि आपने इससे पहले बताए गए दस तरीके आजमा लिए होंगे। अगर आपने उन्हें नहीं पढ़ा है तो कृपया कड़ी-1, कड़ी-2 , कड़ी-3 और कड़ी-4 देखें। अब बात बाकी के तरीकों की-
11. ब्लॉग डायरेक्ट्री में PING कीजिए
PING नाम सुनकर यह मत समझिए कि यह कोई तकनीकी बला हैं और आप इसे नहीं कर सकते। आप बस एक बटन पर क्लिक कर ऐसा आसानी से कर सकते हैं। पहले PING के बारे में थोड़ा सा जान लीजिए। इसके माध्यम से इंटरनेट पर मौजूद विभिन्न ब्लॉग और वेब निर्देशिकाओं को यह पता चलता है कि आपने ब्लॉग को अपडेट किया है। बस आपको एक बार इन डायरेक्ट्रीज यानी निर्देशिकाओं तक पहुंचने की देर है। वैसे तो इनका आंकड़ा चालीस से भी ऊपर है, लेकिन इंटरनेट पर ऐसी कुछ वेबसाइट्स हैं, जो एक ही सूचना पत्र के माध्यम से सभी निर्देशिकाओं में आपके ब्लॉग को PING कर देती हैं। PING के लिए कुछ अच्छी वेबसाइट्स हैं-
पिंग
पिंगोट
पिंगोमेटिक
ईजीपिंगर
आप इनमें से किसी भी वेबसाइट पर जाकर सभी निर्देशिकाओं में अपने ब्लॉग को शुमार कर दीजिए।
यहां आपसे ब्लॉग की आरएसएस या एक्सएमएल फीड के बारे में भी पूछा जा सकता है।
आरएसएस फीड है- http://आपकाब्लॉग.blogspot.com/feeds/posts/default?alt=rss
एक्सएमएल फीड है- http://आपकाब्लॉग.blogspot.com/atom.xml
अगर आपको ऊपर वेबसाइटों पर पिंग करना झंझट लग रहा है तो कम से कम गूगल और टेक्नोरेटी पर तो पिंग अवश्य कर लें।
अब आपका सवाल होगा कि पिंग करने से फायदा क्या होगा। इससे आपको बैकलिंक मिलेंगे, जो सर्च इंजनों में आपकी साइट को ऊपर पहुंचाएंगे और आपकी पेजरैंक बढ़ाएंगे।
12. ई-मेल सिग्नेचर का प्रयोग करें
अगर आप अपने ब्लॉग को उन लोगों तक भी पहुंचाना चाहते हैं, जिनके जरिए आप ई-मेल से संपर्क में रहते हैं। अगर उन्हें मेल भेजकर यह कहेंगे कि मेरा ब्लॉग पढ़िए, तो यह न तो उन्हें अच्छा लगेगा और न ही आपको। इसका एक बेहतर तरीका ई-मेल सिग्नेचर है। इससे आप अपने साथियों से सीधे ही ब्लॉग पढ़ने की गुजारिश भी नहीं करते और आपके ब्लॉग की जानकारी भी उन तक पहुंच जाती है। ई-मेल सिग्नेचर का अर्थ है ई-मेल के अंत में लिखी जानी वाली आपकी पहचान। आपके नाम के नीचे आप अपने ब्लॉग का पता लिखकर उसे लिंक दे दीजिए। इसे सैटिंग्स में जाकर ई-मेल सिग्नेचर के रूप में सेव कर दीजिए। इसके बाद आपके द्वारा भेजी जाने वाली हर ई-मेल के साथ आपके ब्लॉग का पता खुद-ब-खुद जाएगा और आपका साथी उस पर क्लिक कर उसे देख सकेगा।
13. सोशल नेटवर्किंग साइट्स और चैटिंग प्रोफाइल में ब्लॉग की जानकारी दीजिए
अगर आपका ऑरकुट, फेसबुक या किसी दूसरी सोशल नेटवर्किंग साइट में अकाउंट है तो आप अपने प्रोफाइल में वेबपेज के रूप में अपना ब्लॉग हाइलाइट कीजिए। आपको सर्च इंजनों में ढूंढ़ने वाले लोग आपके ब्लॉग तक भी जाएंगे और ट्रेफिक बढ़ेगा। ब्लॉग की नई अपडेट्स को अपने मित्रों तक पहुंचाने के लिए आप ट्विटर का प्रयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा जी-मेल, जी-टॉक जैसी कुछ चैट सेवाओं में कस्टम प्रोफाइल दिखाने की सुविधा है। आप इनमें अपनी नई पोस्ट की जानकारी देकर साथियों को अपने ब्लॉग तक खींच सकते हैं। मैं भी कुछ साथियों की नवीनतम पोस्ट इसी माध्यम से पढ़ता हूं।
14. लोकप्रिय ब्लॉग की पोस्ट को लिंक देने में उदार रहिए
आखिर में एक ऐसा तरीका, जो आपके ब्लॉग पर दूसरे ब्लॉग के ट्रेफिक को आसानी से ला सकता है। यह तरीका है लोकप्रिय ब्लॉग की पोस्ट को अपनी पोस्ट के साथ लिंक देने में कंजूसी नहीं करना। मान लीजिए आपको हिन्दी ब्लॉग टिप्स की यह पोस्ट पसंद आई या इस पोस्ट को लेकर आपका कुछ और नजरिया है। अगर आप अपनी पोस्ट में हिन्दी ब्लॉग टिप्स की इस पोस्ट का लिंक दे देते हैं तो आपके ब्लॉग से पाठक हिन्दी ब्लॉग टिप्स तक तो पहुंचेंगे ही, साथ ही हिन्दी ब्लॉग टिप्स की इस पोस्ट के सबसे नीचे आपकी पोस्ट का शीर्षक भी दिखाई देगा।
अब इस पोस्ट को पढ़ने वाले हिन्दी ब्लॉग टिप्स के पाठक आपकी पोस्ट तक भी पहुंच सकते हैं। परंतु लिंक तभी दें, जब आपकी पोस्ट उस लिंक से किसी न किसी तरह से संबंधित हो। फिजूल लिंक से पाठक आएगा तो भी खुद को छला हुआ पाएगा और आपके ब्लॉग से विमुख हो जाएगा। पोस्ट को लिंक देने का तरीका यहां है।
इसी के साथ यह शृंखला पूरी हुई। उम्मीद है कि आपको यह पसंद आई होगी।
क्या आपको यह लेख पसंद आया? अगर हां, तो ...इस ब्लॉग के प्रशंसक बनिए ना !!
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Thursday, December 11
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ब्लॉग पर traffic बढ़ाएं-5
About Ashish Khandelwal
वर्ष 2003 से विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर लेखन। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र—पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक आलेख प्रकाशित। 'राजस्थान पत्रिका' में पिछले नौ वर्ष से साप्ताहिक कॉलम 'टेक गुरु' का प्रकाशन। डिजिटल और सोशल मीडिया विशेषज्ञ। सम्पर्क करें: com.ashish@gmail.com
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सुझाव बहुत सुन्दर दिये है आपने ..जो अब तक नहीं अजमाए हैं वह अजमा के देखते हैं ..शुक्रिया
ReplyDeleteआज मैने आपके सभी सुझावों को पढा और साथ ही साथ इसे लागू भी किया। धन्यवाद इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए।
ReplyDeleteआपने सुझाव बहुत सुन्दर दिये है . शुक्रिया
ReplyDeleteट्रैफ़िक बढा़ने के नुस्खे बडे़ कारगर लगते हैं.आप का भला हो .
ReplyDeleteऐसे ही कुछ और शानदार उपाय देते जाइये.
सब किया कुछ और बताओ...
ReplyDelete11 UR 12 NUMBER KI ADVICE ek dum nayeee hain.
ReplyDeleteek baar phir se aap ka dhnywaad.
Ashish ji aap ki site bahut hi organised hai.
old posts se tips-tricks search karna bahut asaan hai.kayee widget yahin se apne blog par laga liye hain.dhnywaad.
aashish ji!!!
ReplyDeletebadhiya charcha chal rahi hai!!!!!
kripya orcut aur face book ke link sahi kar den!
भाई खंडेलवाल साहब, आपके द्वारा दी गई जानकारी बड़े काम की चीज होती हैं. लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि मेरे पीसी पर खुल तो जाती हैं, परन्तु तुंरत ही बंद होकर "SERVER ERROR" की बड़ी सी खिड़की खुल जाती है. एक आध में नहीं आपकी सभी पोस्टों में ऐसा होता है, जबकि अन्य ब्लोगरों की पोस्टें एकदम खुल जाती हैं.
ReplyDeleteकृपया इस दिक्कत के बारे में मेरी ईमेल neeraj_panghal2008@yahoo.com पर बता देना. धन्यवाद.
bahut hi badhiya jankari di hai apne.
ReplyDeleteबहुत खूब......
ReplyDeleteachchhi jankari di hai aapne,dhanyawad
ReplyDeleteआप अपने इस ब्लॉग पर बहुत ही लाभदायक और कारगर जानकारी देते हैं .... में और मेरे जैसे कई लोग इससे लाभान्वित हुए हैं ....
ReplyDeleteआपके तहे दिल से शुक्रिया
blog ka addhyan kar rahaa hoon. savaal to mere paas bhi hain. lagta hai pagdi baandhni hi padegi. kahaan charan hain aapke?
ReplyDeletebhai bahut accha likha hai thanks.
ReplyDeleteaapka aapka bahiat bahuat dhanywad
ReplyDeleteअत्यंत मददगार जानकारियाँ आप हम तक पहुंचा रहें हैं . ह्रदय से आभारी हूँ.
ReplyDeleteमैंने काफी कुछ किया..अब १३ blogs हैं,तो खुद समझ नहीं पाई,कि, कहाँ क्या हुआ!
ReplyDeleteआपके उपाय काफी कारगर साबित हो रहे हैं, इसी प्रकार नित नई जानकारी देते रहिये, आभार ।
ReplyDeletedhanyvad
ReplyDeletenice information asheesh ji
ReplyDeletemujhe hindi me type karna h to kis tarah se unicode me kar sakta hu kyu ki dosare format me type karne par font change ho jate h
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी धन्यवाद कृपया मेरे ब्लॉग पर पधारकर अपनी राय अवश्य दे Hinditakneekdarpan.blogspot.in
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