हर्ष का विषय यह है कि हाल ही इस विजेट को तैयार करने की जिम्मेदारी पत्रिका संपादक पूर्णिमा वर्मन जी ने मुझे सौंपी थी। उनके सुझाव और सहयोग के बाद यह विजेट इस रूप में सामने आया है। यह विजेट दो तरह के पीले रंग में उपलब्ध है।
ब्लॉग या वेबसाइट संचालक इसे अपने ब्लॉग की टेम्पलेट के हिसाब से चुन सकते हैं। विजेट की विशेषता यह है कि इसमें हर रचना की हैडलाइन पर क्लिक कर उसका सारांश विजेट में ही पढ़ा जा सकता है। इसके बाद संबंधित रचना के वेबपेज तक पहुंचने का विकल्प है। हर सोमवार अभिव्यक्ति का नया अंक प्रकाशित होते ही यह विजेट स्वंय ही अपडेट हो जाएगा।
इसे अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर स्थापित करना बहुत आसान है। ब्लॉगर सेवा वाले ब्लॉग तो इसे एक क्लिक पर लगा सकते हैं।
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Abhivyakti ko mai kuchh samay pahle tk humesha parti thi per beech mai blog ke chakker se ise parna kafi kam ho gaya tha...apke is widget ke dwara ab mai ise fir se par paungi...
ReplyDeletebahut shukriya aur bahut achha widget...
ashish bhai...bahut hee badhiyaa aur sundar widget hai..blog par ;laga liya hai...dhanyavaad.
ReplyDeleteबहुत ही शानदार विजेट दिया है आपने.
ReplyDeleteरामराम.
आशीष जी अभी मैं पहली बार अभिव्यक्ति की साईट पर आपके विजेट के मार्फ़त गया. वाकई आपने ऐसा लाजवाब विजेट दिया है कि एक चटके मे इतनी उम्दा साईट पर पहुंच गये. आपको बहुत धन्यवाद.
ReplyDeleteअब वहां अभिव्यक्ति वालों ने आपका आभार मानते हुये आपकी एक फ़ोटो लगा रखी है. फ़ोटो देख कर ..अब हमारे दिमाग मे यह ज्वारभाटा आरहा है कि आपकी कौन सी फ़ोटो ताजा है? या उन लोगों ने जो आपकी फ़ोटो लगाई है वह किसी और व्यक्ति की गलती से लग गई?
अगर ऐसा है तो गल्ती सुधारी जाये या आप स्पष्ट करें.
रामराम.
बहुत अच्छा प्रयास है आपका। बधाई।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
आशीष जी, हमने तो लगा लिया,
ReplyDeleteआपका बहुत-बहुत धन्यवाद.
अभिव्यक्ति का यह विजेट मनोहारी तो है ही, अधिकांश पाठकों को अभिव्यक्ति से जोड़ने के लिये उपयोगी भी है । इसके निर्माण के लिये धन्यवाद ।
ReplyDeleteकविता के प्रेमी चिट्ठाकारों/पाठकों के लिये अनुभूति का एक अतिरिक्त विजेट क्यों नहीं ? हम काव्यप्रेमियों का निरन्तर अनुभूति से जुड़े रहने का मनोरथ भी पूर्ण हो जायेगा । मैं तो अनुभूति के एक और मनोहारी विजेट के लिये आपके द्वार खटखटा रहा हूँ । स्वीकार होगा क्या ?
वाह भई बहुत बढ़िया. लंबी, पुरानी डिमांड थी ये तो. अन्य साहित्यिक साइटों को भी इसे अपनाना चाहिए. फीड पूरी है कि नहीं (अभी जांचा नहीं है,)
ReplyDeleteपूर्णिमाजी की जय हो!
ReplyDeleteयुक्ति पसन्द आई।
ReplyDeleteआपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
आशीष भाई की जय हो...
ReplyDeleteआशीष जी, बहुत - बहुत अच्छा विजेट दिया है आपने, मैने अभिव्यक्ति को कभी पढा नही था, आज पढा है
ReplyDeleteइस अच्छी पत्रिका तक पहुचाने के लिये आपका बहुत - बहुत शुक्रिया
आशीश जी आपजो सेवा हिन्दी ब्लागर्ज़ की कर रहे हैं वो वंदनीय हैआपका बहुत बहुत धन्यवाद्
ReplyDeleteबहुत सुंदर और नेक कार्य
ReplyDeleteसिर्फ एक के बूते का है
उसे आशीष जो है आशीष।
swagat yogya, vandniya, sada prashanshaniya,
ReplyDeletebahut bahut dhanyavaad
मेरे ब्लाग पर आपका स्वागत है
ReplyDeletehttp://sim786.blogspot.com/
कृपया अपने अमुल्य सुझाव एवं टिप्पणी दे।
आशीष जी, मैं आपसे एक जानकारी लेना चाहता हूं। मेरे प्रोफाइल पर यदि कोई क्लिक करता है तो जितने भी मेरे ब्लॉग हैं वो आजाते हैं पर मैं उन ब्लॉग लिस्ट में फेरबदल चाहता हूं क्या कोई उपाय है? मैं चाहता हूं जो सबसे नीचे वाला ब्लॉग है वो सबसे ऊपर आए क्योंकि मैं अधिकतर उस ब्लॉग पर ही एक्टिव रहता हूं। क्या ये संभव है?
ReplyDeleteblog ke dwara sms kaise bhej sakte hai kripya vijet bheje
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