पिछली पोस्ट में आपको ब्लॉगर के पोस्ट एडिटर में ही हिन्दी शब्द लिखने का तरीका सिखाया गया था (गूगल इंडिक ट्रांसलिटरेशन ऑप्शन की मदद से)। अगर आपको यह तरीका झंझट भरा लगता है तो आपके लिए इंटरनेट पर कई तरह के अच्छे हिन्दी टाइपराइटर मौजूद हैं। आप इनकी मदद से हिन्दी में लिखकर सामग्री को कहीं भी पेस्ट कर सकते हैं। ये सभी यूनीकोड समर्थित सामग्री उपलब्ध कराते हैं, इसलिए फॉण्ट को लेकर भी किसी तरह की समस्या आने का डर नहीं है।
हिन्दी टाइपिंग नहीं जानने वालों के मददगार
गूगल
आप इसे यहां देख सकते हैं। यह खास तरीके से तैयार हिन्दी में लिखने का औजार है, जो रोमन शब्दों को देवनागरी में बदल देता है। इसके डेटाबेस में इतने ज्यादा शब्द शामिल हो चुके हैं कि इसकी मात्राओं की शुद्धता देखकर आप दंग रह जाएंगे। अगर आपको मेरा भारत महान लिखना है तो बस लिख दीजिए mera bharat mahaan
क्विलपैड
क्विलपैड भी गूगल इंडिक ट्रांसलिटरेटर की तर्ज पर ही काम करता है। शब्दों और मात्राओं की शुद्धता के मामले में यह गूगल से किसी मामले में पीछे नहीं। एक मामले में यह गूगल ट्रांसलिटरेटर से भी आगे है, अगर आपके पास काफी सारी सामग्री रोमन में पहले से तैयार है, तो आप इसे सीधे ही इसके बॉक्स में पेस्ट कर दीजिए। यह सारी सामग्री पलक झपकते ही देवनागरी में बदल देगा। गूगल ट्रांसलिटरेटर ऐसा नहीं कर पाता।
राइटकेए
गूगल और क्विलपैड की तरह ही राइटकेए भी ट्रांसलिटरेशन की पद्धति पर ही काम करता है। लेकिन फिलहाल यह ऊपर दिए गए दोनों औजारों से थोड़ा पीछे ही कहा जा सकता है।
हिन्दी टाइपिंग जानने वालों का मददगार
कौलऑनलाइन
अगर आप रेमिंगटन, फोनेटिक या किसी अन्य की-बोर्ड पर हिन्दी टाइपिंग जानते हैं तो इंटरनेट पर कौलऑनलाइन विकल्प सर्वोत्तम है। इसमें रेमिंगटन, इनस्क्रिप्ट (फोनेटिक), शुषा समेत कई विकल्प हैं, जिनमें से सुविधानुसार विकल्प का चयन कर हिन्दी में लिखा जा सकता है।
इन सभी टाइपिंग औजारों को एक जगह संजोने का काम किया है हिन्दी स्टोर ने। सभी टाइपिंग औजारों को एक स्थान पर यहां देखा जा सकता है।
Tuesday, August 5
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हिन्दी में कैसे लिखें
About Ashish Khandelwal
वर्ष 2003 से विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर लेखन। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र—पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक आलेख प्रकाशित। 'राजस्थान पत्रिका' में पिछले नौ वर्ष से साप्ताहिक कॉलम 'टेक गुरु' का प्रकाशन। डिजिटल और सोशल मीडिया विशेषज्ञ। सम्पर्क करें: com.ashish@gmail.com
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मैं कुछ कहना चाहता हूँ
ReplyDeleteकहिए रमनजी, आपका स्वागत है।
ReplyDeleteजैसा की आप जानते है, देवनागरी लिपी के लिए विभिन्न भागो मे अलग अलग किसिम के की बोर्ड ले आउट प्रचलित है । अंग्रेजी की तरह एकरुपता नही है - जैसे यहा ए,एस,डी,एफ आदि । नेपाल मे एक विशेष प्रकार का की बोर्ड प्रचलित है । इसमे ब,क,म, आदि नीचे से दुसरी लाईन मे अवस्थित है । चुकि अधिकांश लोग ईस के अभ्यस्त हो चुके है, ईसलिए युनिकोड के लिए भी ठीक उसी प्रकार का की बोर्ड ले आउटॅ की खोजी मे हु । क्या खुद ही की बोर्ड ले आउट बनाने का कोई तरिका सुझा सकते है ??? gobirganj@gmail.com
ReplyDeletemujhe gandhiji aur patrakarita vishay per hindi mein shodh nibandh (dissertation)likhana hai. kripya mujhe batayen kaise likhen. shani mirzapur (up).
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