हिन्दी ब्लॉग जगत इन दिनों 'बहुत अच्छी' दिशा में मुड़ता दिखाई दे रहा है। बिल्कुल हिन्दी न्यूज़ चैनलों की तर्ज पर। जहां स्टिंग ऑपरेशन कर बार-बार कैप्शन और तस्वीरें दिखाकर किसी की इज्जत को तार-तार किया जाता है। खबर में से खास चटपटा मसाला निकालकर धमाके के साथ परोसा जाता है। ब्लॉग जगत में भी अब यह सब हो रहा है। एक्सक्लूसिव तरीके से 'सिर्फ इस ब्लॉग पर' का लेबल लगाकर विरोध जताने वालों के चीरहरण की नाकाम कोशिशें की जा रही हैं। एक चिट्ठे पर पिछली पोस्ट में यही देखने को मिला।
आज जानते हैं वे तकनीकी तरीके, जो किसी ब्लॉग स्टिंग ऑपरेशन के लिए जरूरी हैं-
तरीका- 1
स्नेपशॉट काटें
सबसे सरल तरीका- F12 के दाहिनी तरफ मौजूद Prt Scr कुंजी को प्रेस करें। यह कुंजी स्क्रीन पर मौजूद सारी सामग्री को प्रिंट करने का काम करती है।
इसके बाद paint खोलिए। तरीका है Start>>Programs>>Paint
अब यहां Cont+V कर स्क्रीनशॉट को पेस्ट कर दीजिए। मौजूद विकल्पों का सहारा लीजिए और अपनी मनपसंद सामग्री को इमेज के रूप में सेव कर लीजिए। इसके बाद यह इमेज पोस्ट में लगाए जाने के लिए तैयार है।
अब सीखिए असली गुर (कमजोर दिल वाले कृपया इसे ट्राई न करें)
स्टिंग ऑपरेशन करने में टीआरपी का ख्याल रखना सबसे बड़ी चीज है। इसके लिए हो सकता है आपको इस स्नेपशॉट में मर्जी के मुताबिक परिवर्तन भी करने पड़ें। Paint पर या Photoshop पर आसानी से आप इसे मनचाहे तरीके से एडिट कर सकते हैं। देखिए ये तीन स्नेपशॉट और तय कीजिए कि यह टिप्पणी आशीष खण्डेलवाल की है या उड़नतश्तरी की या ताऊ रामपुरिया की :)
(डिस्क्लेमर- यह टिप्पणी सिर्फ और सिर्फ मेरी ओर से लिखी गई है और इसका समीरलाल जी और ताऊजी से कोई संबंध नहीं है।)
आप भी इसमें नाम में या सामग्री में आसानी से जो चाहें वह बदलाव कर सकते हैं। बस याद रखिए ऑरिजिनल पोस्ट को या फिर कमेंट को डिलीट जरूर करवा दीजिए जिससे आपकी पोल न खुल जाए। इसके बाद अपने विरोधी का जुलूस आप आराम से निकाल सकते हैं। और भी तरीके हैं, लेकिन उनकी चर्चा उसी वक्त सामयिक होगी, जब वे किसी स्ट्रिंग ब्लॉग जर्नलिस्ट द्वारा ब्लॉग मार्केट में आ जाएंगे।
एक और गुर सीख लीजिए। इन दो प्रोफाइल को गौर से देखिए-
http://www.blogger.com/profile/11809821246121726944
http://www.blogger.com/profile/09509723253252348001
खा गए न गच्चा। दोनों प्रोफाइल एक ही इंसान के लग रहे हैं। ऐसे चाहे जितने प्रोफाइल बनाए जा सकते हैं। अपने विरोधी के नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाइए। उसके नाम से खुद ही टिप्पणी कर दीजिए। स्नेपशॉट लीजिए (अबकी बार तो पोस्ट या कमेंट डिलीट करने की भी जरूरत नहीं) और निकाल दीजिए उसका जुलूस।
हैपी यलो ब्लॉगिंग
मुझे पता है कि ऊपर दी गई टिप कुछ चुनिंदा ब्लॉग कंटकों के काम की ही हैं। उन्हें सद्बुद्धि की कामना है, क्योंकि वे नहीं जानते कि वे क्या कर रहे हैं।
ब्लॉग लवर्स के लिए यह रही आज की टिप-
अपना चेहरा दिखाइए
ब्लॉगर ने बर्थडे गिफ्ट्स देने की कड़ी में एक और शानदार सुविधा दी है। इसके तहत आप अपने कमेंट की बाजू में मनचाही तस्वीर दिखा सकते हैं। ज्यादा लिखने का मन नहीं है (एक मित्र का एक्सिडेंट हुआ सुबह) इसलिए विस्तार से नहीं बता रहा हूं। विस्तार से जानने के लिए ब्लॉगर ब्लॉग की यह पोस्ट पढ़ लीजिए। यह केवल इम्बेडेड कमेंट बॉक्स पर ही लागू है।
आपके कमेंट के साथ आपकी मनचाही तस्वीर यूं दिखेगी-
पिक्चर लगाने का तरीका इस स्नेपशॉट में दिखाया गया है-
हैपी ब्लॉगिंग
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Friday, September 18
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ब्लॉग पर स्टिंग ऑपरेशन के गुर
About Ashish Khandelwal
वर्ष 2003 से विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर लेखन। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र—पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक आलेख प्रकाशित। 'राजस्थान पत्रिका' में पिछले नौ वर्ष से साप्ताहिक कॉलम 'टेक गुरु' का प्रकाशन। डिजिटल और सोशल मीडिया विशेषज्ञ। सम्पर्क करें: com.ashish@gmail.com
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tips bahut joradaar hai dhanyavad.
ReplyDeletethis post is really amazing...
ReplyDeleteजानकारी तो बहुत अच्छी है पर है बहुत खतरनाक । :)
ReplyDeleteअच्छा है आपने स्टिंग करने वालों की पोल खोल दी | पता नहीं इस तरह स्टिंग ओपरेशन कर किसी का जुलूस निकालने से लोगों को क्या मिल जायेगा ?
ReplyDeleteआज तो बहुत बढ़िया जानकारी दी है आपने।
ReplyDeleteमेरे लिए तो यह बिल्कुल भी कठिन नही होग।
क्योंकि मैं तो फोटो-शॉप में थोड़-बहुत दखल
रखता हूँ
बहुत-बहुत बधाई!
उत्तम खुलासा । अब इन खुराफातोँ पर कोई आसानी से यकीन नहीँ करेगा ऐसे ही सच को सामने लाते रहिए ।
ReplyDeleteधन्यवाद ।
exciting article!
ReplyDeleteहिन्दी ब्लागिंग का भविष्य सचमुच बहुत उज्जवल है:)
ReplyDelete@ डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
ReplyDeleteजो दखल की खलखलाहट
पर न छीने ये बंधु
किसी की खिलखिलाहट
सदा ऐसी करना आहट।
आशीष जी, बहुत ही सटीक और सही बात बतलाई आपने। मैं फोटोशॉप, कोरल, पेजमेकर, क्वार्क सबका अच्छा जानकार हंू। ऐसी सैटिंग दो मिनट में बिठा सकता हंू। ऐसे फर्जीवाड़ा करने वाले तो कुछ भी बनकर फर्जीवाड़ा कर सकते हैं। हम जानते हैं, आप जिस तरह का सपोर्ट ब्लॉगर्स को लंबे समय से कर रहे हो, करने की हिम्मत चाहिए। अब किसी के पास टाइम इतना ज्यादा है, फुररररर्सत इतनी है कि काम की चीजों की बजाय, गड़े मुर्दों पर हल चलाए, तो उसका किया भी क्या जा सकता है। ...और कमाल की बात तो देखो, मुर्दे भी फर्जी!!!
ReplyDeleteआपको अच्छा लगेगा जानकर, बीते शुक्रवार की रात मैंने अपना मेल बॉक्स खोला और आपकी 54 पोस्ट एक के बाद एक दुबारा पढ़ी। एक-एक पोस्ट को निकाला और उसमें से ढेर सारी चीजें, जो-जो मुझे उस वक्त जरूरी लगी मैंने सीखी। हिम्मत चाहिए भाईसाहब इतना बेहतर लिखने की कि आपका पाठक मजबूर हो जाए 54-54 पोस्ट एक रात में एकटक बैठकर पढऩे की। आपने ऐसा काम किया है। उत्तम तरीके से मदद की है ब्लॉगर्स की। वर्ना किसके पास टाइम है। मेरे क्या सिर पर भूत चढ़कर बैठा कि मैं आशीष जी की पोस्ट रातभर जागकर पढ़ता रहंू। लेकिन आप निस्वार्थ सेवा कर रहे हो ब्लॉगर्स की, इसलिए पढ़ी। जो लोग लांछन लगा रहे हैं, खुद को ठेकेदार समझ कर ठेकेदारी कर रहे हैं, उन्होंने ने भी बहुत कुछ सीखा होगा आपके टिप्स से, लेकिन अब खुद को अनुभवी बता कर आपको नया ब्लॉगर बता कर वैसी ही न डाइजेस्ट होने वाली बात कर रहे हैं, जैसी आजकल बुजुर्ग नई तकनीक के फ्रेंड्ली हो नहीं पाते और युवाओं को, युवा पीढ़ी को, उनके तौर-तरीकों को कोसते हैं। बेसीकली वो उनका फ्रस्टे्रशन होता है। समझिए जो आपके खिलाफ लिख रहे हैं, अपना दबा-चीथा फ्रस्टे्रशन निकाल रहे हैं।
...देखिए आशीष जी मैं तो देसी हिसाब-किताब समझता हंू। सीधी बात बोलता हंू। आपने जो काम किया है उसको सलाम। ब्लॉगिंग में मुझसे कई लोग कई बार पूछते हैं, इसका क्या करूं? क्या समाधान हो सकता है इस बात का? अलग-अलग संदर्भों में, सिर्फ एक ही जवाब होता है कि एक ब्लॉगर है, जो आपकी पूरी मदद कर सकता है। ...और आपका ई-मेल दे देता हूं। उनको आज तक तो आपका बेहतरीन रेस्पॉन्स मिला है। हमेशा मिलता रहेगा। आप फुररररर्सत में बैठे लोगों की चिंता मत करो। हम तो आपको अपना गुरु मानते हैं, क्योंकि ब्लॉगिंग का क, ख, ग आपके टिप्स से ही सीखा है। स्वीकार भी करते हैं। कुछ लोगों के अपच हो रही है, तो होने ही दो। ...आखिर अपच होगी, तो पेट उनका ही दुखेगा ना। मस्त रहो। हैप्पी ब्लॉगिंग।
वाह गुरू जी, आपकी शान के मुताबिक़ पोस्ट है, परन्तु जाखड जी और हमार यानी कैरानवी के अलावा कौन है जो इनसे लाभान्वित होसके, एक नज्रर में तो काम आपका शानदार लग रहा है, दूसरी नज़र से देखूं तो आप अपनी प्रोफाइल का काउंट कानूनी तौर पर बढवारहे हैं,
ReplyDeleteमेरी तरह खुश रहा किजिये कोई कमेंटस पब्लिश ना करे तो अपनी जीत
पब्लिश करके हटाये तो अपनी जीत कि बेवकूफ ने लगाई क्यूं फिर हटाई क्यूं, हटाई हुई को अक़लमन्द जरूर देखते हैं कि देखे कौन महान कमेंटर है
पब्लिश करदे तो अपनी मां को रोये इ किया हो गया,
देखा हर तरह कैरानवी खुश दूसरे के पास रोने के अलावा किया बचा,
इसी जलाली अंदाज में रहिये, हमारा बहुत भला हो जायेगा,
बेहतर ।
ReplyDeleteशारदीय नवरात्रि की आपको हार्दिक शुभकामनाएं । जय माता दी । आभार ।
ये तो आपने डरा दिया कि ऐसा भी हो सकता है. धबराहट पैदा कर देने वाली इस उम्दा जानकारी के लिए आभार.
ReplyDeleteक्या क्या देखना पड़ रहा है! धन्य हुए!
हम भी देख रहे हैं वह मोड़ जहँ से हिन्दी ब्लॉग जगत बहुत अच्छी दिशा में मुड़ रहा है ।
ReplyDeleteआपकी समर्पित और केन्द्रित चिट्ठाकारी से समृद्ध हआ है चिटठाजगत !
मैंने एम्बेडेड कमेंट बॉक्स लगाया है, चेहरा देखना दिखाना मैं भी चाहता हँ, पर शायद मेरी टेम्पलेट में वह सुविधा काम नहीं करेगी । यदि संभव हो तो दख लें ।आभार ।
प्रवीणजी के ब्लॉग पर टिपण्णी करने के बाद मेल बॉक्स देखा तो हिंदी ब्लॉग टिप्स की यह प्रविष्टी दिख गयी ...कुछ ब्लोग्स पर स्नेपशॉटस देखे थे ..इसकी प्रक्रिया जानने की उत्सुकता थी...मुकम्मल हुई .. बहुत अच्छी जानकारी...बहुत आभार ..!!
ReplyDeleteआशा है जिन मित्र का ऐक्सीडेण्ट हुआ, अब वे ठीक होंगे!
ReplyDeleteऐसा भी होता है हम तो हैरान और परेशान हैं ..........., आभार इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए....
ReplyDeleteregards
दिल दहला दिया इस जानकारी ने तो. इसका एक सीधा सा मतलब यह भी होता है कि किसी की भी इज्जत का सच्चा झूंठा फ़ालूदा बनाना आसान है कोई रिलायबल काम नही है .
ReplyDeleteरामराम.
@विवेक सिंह
ReplyDeleteएक दिन में ही विवेकसिंह का विनम्र कहां चला गया?:)
रामराम.
आशीष भाई सब तो सही है कही ऐसा ना हो कि आपकी पोस्ट पढ़ने के बाद सभी स्ट्रिगर ही ना हो जाए :)
ReplyDeleteपता किया मै जो-जो इस हादसे में घायल हुए थे उनको बहुत राहत है आपकी पोस्ट पढ़ने के बाद .
आशा है आप आगे भी उनका ध्यान रखेगे .
मेरे पी सी का prnt+scr बटन काम नहीं कर रहा है :)
बहुत ही खतरनाक लेकिन महत्त्वपूर्ण जानकारी. अब कम से कम ब्लोगर्स ये तो जान जायेंगे की कोई अभद्र पोस्ट स्टिंग हो सकती है.
ReplyDeleteexcellent way of explaining ashish and instead of doing all this that u hv explined and that people u say are doing its better to do efforts to get the entire blog deleted
ReplyDeletesee this link and see the efforts by which many blogs were forced for deletion
http://sarathi.info/archives/620
its merely not important to find what has been copied what is important is to get it deleted
इतनी खतरनाक जानकारी के लिए शुक्रिया ..
ReplyDeleteजानकारी अच्छी है। बस यही सोच रही हूँ लोगों के कितने खुरापाती दिमाग होते हैं।
ReplyDeleteताज़ा जानकारियों के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteअच्छी जानकारी दी है आपने
ReplyDeleteऐसा भी हो सकता है!!!!!!
ReplyDeleteयह पोस्ट आँख खोल देने वाली है की यहाँ अंतर्जाल पर कुछ भी सुरक्षित नहीं है.
शुक्रिया इस जानकारी के लिए.
भगवान बचाए !!!
ReplyDeleteaisaa bhee hotaa hai ?jai maataa dee shubhakaamanaayeM
ReplyDeletethnx for this... great knowledge
ReplyDeletemeet
pehle to main bhi ghabra gaya tha padh ke......... par padh ke maza aa gaya.... knowledge increase ho gayi......
ReplyDeleteजानकारी के लिए शुक्रिया ..
ReplyDeleteआशीष भाई, आपके पोस्ट ने तो हमें भी डरा दिया। ये तो यकीनन शुभ लक्षण नहीं हैं।
ReplyDeleteग्रेट आश्सिश्जी में तो आपसे बहुत सीखता हूँ आभारी हूँ
ReplyDeleteअद्भुत!!!
ReplyDeleteकाफी गुस्से मे लगते हैं बहरहाल पोस्ट की कामयाबी के लिये बधाई।
ReplyDeleteआशीष भाई आपने फिर एक बार दिल जीत लिया एक शानदार पोस्ट लिखकर बधाई !
ReplyDeletebacklinks dikha raha hai meri post par lekin koi link aapki post par nahi.
ReplyDeletekya chakkar hai bhai?
Mail karke vistaar se bataiyea?
अच्छी पोस्ट,
ReplyDeleteलेकिन अब इसकी काट भी बताईये तो जानें। :)
हमने ब्लाग बना लिया, फिर एक सज्जन से आपके ब्लाग का पता चला, कम समय में हमें यहां बहुत ज्ञान प्राप्त हुआ, धन्यवाद
ReplyDeleteइष्टमित्रों और परिवार सहित आपको, दशहरे की घणी रामराम.
ReplyDeleteरामराम.
विकृत मानसिकता वाले लोग ही तकनीक का गलत इस्तेमाल करते है । आपकी इस जानकारी से बहुत से नये लोगो को फायदा पहूचेगा । आभार ।
ReplyDeleteASHISH SIR, GOOD MORNING! BAHUT HI BADHIYA POST. IS SARTHAK AUR UPYOGI POST KE LIYE AAPKO BAHUT-BAHUT DHANYAWAD!
ReplyDeleteAAPKA DEEPAK, JHARKHAND SE MAGAR PHILHAL BHOPAL SE
अच्छी जानकारी दी है आपने बहुत ज्ञान प्राप्त हुआ, धन्यवाद
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