हिन्दी ब्लॉग टिप्स पर आप हर पोस्ट के खत्म होने के तुरंत बाद तीन रिलेटेड पोस्ट देख रहे होंगे। You might also like शीर्षक के साथ आपको ये विजेट तीन पोस्ट की तस्वीर और हेडिंग दिखा रहा होगा। अगर आप हिन्दी ब्लॉग टिप्स के मुखपृष्ठ पर जाएंगे तो वहां मौजूद दस पोस्ट के सारांश के नीचे यह अलग-अलग रिलेटेड पोस्ट दिखाता मिलेगा। इस विजेट को लगाने के बाद से इस ब्लॉग के पिछले लेखों की विजिट अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है और मैं आपको भी सलाह दूंगा कि इसे अपने ब्लॉग पर लगाएं।
इसे लगाना बहुत ही आसान है। यूं कहें कि चुटकियों का काम है। लिंकविदिन वेबसाइट के इस लिंक पर क्लिक करें। ई-मेल पता, ब्लॉग का पता, प्लेटफॉर्म (ब्लॉगर/वर्डप्रेस/अन्य) चुने और रंग संयोजन भी। इसके बाद Get Widget पर क्लिक कीजिए। अगले पेज पर आपको Install Widget लिखा मिलेगा। इस पर क्लिक करते ही यह आपके ब्लॉग तक पहुंच जाएगी। अगर आप बेहतर नतीजे चाहते हैं तो इसी पेज पर दिए गए निर्देशों का पूर्णतया पालन कर लीजिए।
स्टाइलिश रिलेटेड पोस्ट विजेट के फायदे
1. यह रेंडमली पोस्ट दिखाता है। यानी हर बार पेज खोलने पर आपको अलग-अलग पोस्ट दिखती हैं।
2. पोस्ट के साथ मौजूद तस्वीर भी दिखने से उस पर विजिट की संभावना बढ़ जाती है।
3. इसे लगाना बहुत ही आसान है।
तो देर किस बात की.. तुरंत लगाइए यह विजेट.. हैपी ब्लॉगिंग :)
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Tuesday, July 28
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स्टाइलिश रिलेटेड पोस्ट तस्वीर के साथ (You might also like widget)
About Ashish Khandelwal
वर्ष 2003 से विज्ञान एवं तकनीकी विषयों पर लेखन। देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र—पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक आलेख प्रकाशित। 'राजस्थान पत्रिका' में पिछले नौ वर्ष से साप्ताहिक कॉलम 'टेक गुरु' का प्रकाशन। डिजिटल और सोशल मीडिया विशेषज्ञ। सम्पर्क करें: com.ashish@gmail.com
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बहुत अच्छी जानकारी दी आपने
ReplyDeleteजोड़ दिया .....
ReplyDeleteआशीष जी।
ReplyDeleteयह तो बहुत उपयोगी पोस्ट लगाई है।
इसे जरूर अपने ब्लॉग पर लगायेंगे।
धन्यवाद!
बहुत काम का विजेट है जी. धन्यवाद.
ReplyDeleteरामराम.
धन्यवाद आशीष जी..
ReplyDeleteअच्छा विजेट है..
पर यह मेरे २ ब्लॉग्स पर नहीं दिख रहा है..
केवल १ ही ब्लॉग (मेरी माँ की कृतियाँ) पर नज़र आ रहा है..
कारण बताइये..
बड़े काम की पोस्ट है। धन्यवाद।
ReplyDeleteaji laga liya ji hamne to.
ReplyDeleteye to bade hi kaam kee cheej hai.
aapka bahut dhanywaad!!!
अच्छी जानकारी के लिये आभार।।
ReplyDeleteअच्छी जानकारी के लिये आभार।।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी दी है आपने मैं इसे अभी लगाता हूं.आभार.
ReplyDeleteगुलमोहर का फूल
ये तो उपयोगी लग रही है। इसके बारे में बताने के लिए आभार !
ReplyDeleteहमेशा की तरह आज भी बहुत बढ़िया जानकारी |
ReplyDeleteबताने का शुक्रिया
ReplyDeleteआभार जानकारी के लिए.
ReplyDeleteधन्यवाद्
ReplyDeleteकर दिया इंसटाल.. अच्छा है आभार..
ReplyDeletebahut rochak jaankaaree dee
ReplyDeletethnxs
venus kesari
shukriya is jaankari ke liye..seekh liya..kabhi ham bhi ajmayenge...
ReplyDeleteबहुत काम की जानकारी... शुक्रिया
ReplyDeleteshukriya..jod diya..amazing widget!
ReplyDeletemaine toh abhi ka abhi lagaa liya.............
ReplyDeletekamaal ki cheej hi hogi
aap ka haardik dhnyavaad............
isee tarah kripa banaaye rakhen prabhu !
मैंने अपने ब्लॉग का लिंक http://anyonasti-kabeeraa.blogspot.com दिया था ivailid URL link कह कर नहीं हो रहा है ,समस्या का हल बतावें
ReplyDeleteइसे तो मैंने कहा ही था बताने के लिये । बेहतर विजेट । आभार ।
ReplyDeleteआशीष जी, आपकी टाईमिंग हमेशा से अच्छी रही है...मैं आपसे पुछने वाला इसके बारे में और इतने में आपने पोस्ट लिख दी...
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया
आशीष भाई मज़ा आगया ! हम भी लगाएंगे इसे ये तो कमाल है!
ReplyDeleteआशीशजी आपका बहुत बहुत धन्यवाद इस जानकारी के लिये ।मैने भी लगा तो लिया इस विजेट को फिर से आभार्
ReplyDeleteआचार्य रंजन जी का यह कमेंट मेल के जरिए मिला है-
ReplyDeleteवाकई ! आपके द्वारा भेजा गया हर टिप्स अपने आप में बेमिशाल है ,तभी तो मैं हर पल आश लगाये रहता हूँ की पता नहीं आपके द्वारा भेजा गया अगला रत्न मुझे कब प्राप्त हो जाये !आप ब्लॉगर की आन , शान एवं जान हैं ! बहुत बहुत धन्यबाद !-- आचार्य रंजन , बेगुसराय , बिहार
बहुत काम की जानकारी है । अंग्रेजी बलोगो पर जो जानकारी मिलती थी वो आपके माध्यम से हिन्दी मे भी संग्रह के रूप मे मिल जायेगी ।
ReplyDeleteहमने तो पिछले एक साल से इसे अपने तीनों ब्लागों पर लगाया हुआ है जी!!!!
ReplyDeleteReally Happy Blogging ho raha hai aapke sath!!!
ReplyDeletethanks
भइ वाह ये हुआ ना गागर में सागर...
ReplyDeleteमीत
अत्यधिक प्रसन्नता हुई,
ReplyDeleteभगवान आपको लम्बी आयू दे
ye to bahut kaam ka widget hai...
ReplyDeletebahut acchi aur asan si tarkeeb hai.
ReplyDeleteये हुई ना काम की बात !
ReplyDeleteइसे तो लगाना ही पड़ेगा |
प्रिय आशीषजी,
ReplyDelete'विजेट' के लिए शुक्रिया . bloggers के लिए और पाठकों के लिए भी उपयोगी है यह .
सादर,
भवदीय,
बहुत ही उम्दा सुझाव दिया। मैंने तुरंत अपने चिट्ठे पर चस्पा कर लिया है। आप दिए जाओ, हम लिए जाएंगे।
ReplyDeleteअच्छी जानकारी के लिए शुक्रिया।
ashish sir bhut bhut shukriya ,aapke is nyi jankari k liye,par problem ye hai ki maine,apne blog mein wizet laga to liya par jis post mein do tasveeen ek saath lagaee hain maine ,wahan ye kaam nhi kar rha,
ReplyDeleteagar aap chahe to mere blog par dekh sakte hain
www.likhoapnavichar.blogspot.com
आशीषजी, नमस्कार !!! मैने भी लगा तो लिया इस विजेट को लेकिन पता नहीं मेरे ब्लाग पर पुराने पोस्ट किये हुए तो दिखाती है लेकिन नयाँ पोस्ट किये हुआ क्यों नहीं दिखता है. सायद कोई कमी तो नहीं ... !!! कृपया हल की आशा में हूँ . धन्यवाद ..!!!
ReplyDeleteआशीषजी, नमस्कार !!! मैने भी लगा तो लिया इस विजेट को लेकिन पता नहीं मेरे ब्लाग पर पुराने पोस्ट किये हुए तो दिखाती है लेकिन नयाँ पोस्ट किये हुआ क्यों नहीं दिखता है. सायद कोई कमी तो नहीं ... !!! कृपया हल की आशा में हूँ . धन्यवाद ..!!!
ReplyDeleteSK Prai जी,
ReplyDeleteयह विजेट रेंडमली पोस्ट उठाता है। ऐसे में आपकी नई पोस्ट का नंबर आने की क्या संभावना है यह तो आपके ब्लॉग की कुल पोस्ट संख्या पर निर्भर है..
आशीष जी बहुत बढ़िया विजेट बताया आपने मैंने लगा लिया है और बढ़िया कम कर रहा है धन्यवाद .
ReplyDeleteपता नहीं क्यूँ पर मेरे हिंदी ब्लाग एक शाम मेरे नाम पर ये काम नहीं कर रहा पर बाकी पर ये काम कर रहा है।
ReplyDeleteआशीषजी, नमस्कार !!! इस विजेट के बारे में पहेले भी लिख चूका हूँ लेकिन पता नहीं मेरे ब्लाग "http//.skpari.blogspot.com" पर पुराने पोस्ट किये हुए ही काम में आ रहा है नई तो दिखाती ही नहीं बाकि सब तो ठीक ठाक ही है, मै तो परेसान होगई हूँ पता नहीं क्यूँ काम नहीं कर रहा है .!!! प्लीज़ आशीषजी हल की आशा में हूँ . धन्यवाद ..!!!
ReplyDeleteYou might also like: का जो विजेट चिपलूकर साहब की तरह आपने लगाया है यह पाठक के चिंतन पर अति क्रमण है, पाठक जब आखरी लाइन पढता है तब वह उस लेख पर गौर व फिकर / विचार चिंतन करना चाहता है, लेकिन इस विजेट के कारण दूसरे तीन लेख पर उसकी नजर पडेगी वह उन्हें पढने में लग जायेगा, जिस कारण वह पढे गये लेख पर विचार करने के बजाय दूसरे पढने लग जायेगा, यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक वह आपके ब्लाग में रहेगा, नतीजा यह होगा कि आपका लेख व्यर्थ जासकता है,
ReplyDeleteक्षमा किजिये मुझे किया पता था आज सेंसर नही लगा है, मैं तो टेस्ट करने आया था, चिपलूनकर साहब का नाम हटाकर बाकी आपके लिये आलोचना का तोहफा है, screeshot le liya hataoge to हम पछतायेंगे
ReplyDeleteआशीष जी,
ReplyDeleteमैंने अपने ब्लॉग http://kavita-knkayastha.blogspot.com पर यह लगा तो लिया है लेकिन वहां केवल heading ही दिख रहा है...आखिर क्यों...क्या इसलिए की चित्र पोस्ट करने के बाद लगाये गए हैं, या सभी पोस्ट्स में चित्र नहीं हैं इसलिए???
apka blog bahut achha hai...bahut aasaan tareeke btaye hote hai still mujhse mushkil se hote hai..par yeh maine jodh liya hai or try karti hun thanx
ReplyDeleteआप का सीखाने का तरीका बहूत पसंद आया. नन्हे बच्चों को उंगली पकड कर सीखाने का उपक्रम सफल है. ह़दय से धन्यवाद. सरजी एक छोटी सी समस्या है कि हिंदी मे पूर्ण विराम पाई नहीं लगा पाता हूं, क्या करूं
ReplyDeleteआप का सीखाने का तरीका बहूत पसंद आया. नन्हे बच्चों को उंगली पकड कर सीखाने का उपक्रम सफल है. ह़दय से धन्यवाद. सरजी एक छोटी सी समस्या है कि हिंदी मे पूर्ण विराम पाई नहीं लगा पाता हूं, क्या करूं
ReplyDeletebahut khub but i am facing a problem "Private Blogs are not supported". please specify.
ReplyDeletewow its gr8
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