क्या आप चाहते हैं कि आपके ब्लॉग पाठक सीधे ही आपसे मेल के जरिए भी संपर्क में रहें। इसके लिए प्रोफाइल में मेल पता तो दिया जा ही सकता है, लेकिन कुछ साथी ब्लॉग की साइडबार में सीधे ही अपना ई-मेल पता लिख देते हैं। ऐसा करना खतरे से खाली नहीं है। कारण यह है कि इस तरह मेल का पता लिखने से कुछ bot (मशीनी दानव) आपका मेल पता पढ़ लेते हैं और फिर शुरू होता है अनचाही मेल या स्पैम मिलने का सिलसिला।
एक तरीका है कि आप पाठकों तक ई-मेल पता भी पहुंचा दें और इसे मशीनी दानवों की निगाह से भी छिपा लें। बस आप एक क्लिक पर ई-मेल आइकन बनाने वाले इस पेज पर जाइए। यहां अपना ई-मेल पता लिखिए और इस पते वाली .png फाइल पा लीजिए। इसके बाद इसे साइडबार में उसी तरह लगा लीजिए, जैसे किसी तस्वीर को टांगा जाता है। इससे आपका ई-मेल पता सुंदर भी दिखेगा और मशीनी दानवों की निगाह से भी छिपा रहेगा।
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अभी बना देते है जी..
ReplyDeleteइस उम्दा जानकारी के लिये धन्यवाद । अपने इमेल पते का आइकन बना लिया है ।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया आइडिया है शुक्रिया जी
ReplyDeletewah kya jankari di hai....
ReplyDeleteisse to blog bhi khil jayega
meet
बढ़िया जानकारी.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया जानकारी
ReplyDeleteभाई साहब, लेकिन इस विधि से उन "दानवों" से किस प्रकार बचा जा सकेगा यह भी बताईये ना जरा… हमने तो अपने ब्लॉग पर साईड में suresh(dot)chiplunkar(at)gmail(dot)com ऐसा लिखा हुआ है, क्या इसमें भी कोई खतरा है?
ReplyDeleteसुरेश जी, आपने तो वाकई 'दानवों' से बचने की पूरी जुगत लगाई है। आपके पेज पर वो पर भी नहीं मार सकते। दरअसल ये दानव @ और . को पढ़कर समझ जाते हैं कि यह ई-मेल आईडी है। अगर आप पते में से इन चिन्हों को हटा देंगे तो खतरा नहीं रहेगा। ब्लॉग पर पधारने का शुक्रिया।
ReplyDeleteसुन्दर जानकारी दी आप ने। उपयोग भी किया है। धन्यवाद!
ReplyDeleteबहुत काम की जानकारी है. जरूर इस्तेमाल करूँगा.
ReplyDeleteआपने मेरे पिछले सवाल का जवाब दिया इसके लिए आपका धन्यवाद, पर आशीष जी, फोटो परमानेंट डिलीट हो गए है. वापस लाने का कोई तरीका है क्या ??
दिमाग कि बती जला दी है ।
ReplyDeleteआपके ब्लोग पर जानकारी अच्छी है. वैसे, यहां तारीख क्यों नहे दिख रही?
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी है. धन्यवाद
ReplyDeleteबहुत अच्चे प्रयास किये हैं आपने. धन्यवाद! मेरी पत्रिका के अंजुमन में आप का स्वागत है... www.meripatrika.co.cc
ReplyDeleteबढिया जानकारी.
ReplyDeleteरामराम
Ashish ji main janna chahta hoon ki anurag ji apne blog DIL-KI-BAAT mein jo alag se box lagate hain wah kaise lagta hai...
ReplyDeletejis mein wo triveni likhte hain...
meet
shukriya ji
ReplyDeleteबहुत बढिया जानकारी.. बतायें कि खुद का टेम्पलेट कैसे डिज़ाइन किया जा सकता है??
ReplyDeleteमशीनी दानवों की निगाह -:D :D :D...hee hee hee...yah to bahut hi mazedaar shbd diya hai!
ReplyDeletemain bahut pahle se dot com likhti hun..shayad is liye abhi tak मशीनी दानवों की निगाह se bachi hui hun...[abhi tak hansi aa rahi hai is shbd par ]-kalpana kareeye kaisee hoti hogi मशीनी दानवों की निगाह !!!!!!!!!!!!!!!!
meri nakam kosis rahi thoda aur madad kre
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, आभार।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया है जी
ReplyDeletesir side bar ka matlab kya hota he
ReplyDeleteअच्छी जानकारी परुन्तु इसके नुकसान भी हैं ।
ReplyDeletemaine koshish ki par nhi laga paya,mera id rediffmail par hai,
ReplyDeletephir provider nt available ke option mein bhi gya
wahan usse change karne k baad rediff main banaya,
phir foreground ,background ka option aaya,uska istimal liya par preview na hone ki wajah se dekh nhi paya,ki kya assar hua,
iske baad generate option mein click kiya
iske baad kya karna hai samajh nhi aaya , ho sake to mail ke zariye bateyega
vikaszutshisn@rediffmail.com par
सर, मै ये जानना चाहता हूँ कि अपना इमेल पता अपने ब्लॉग मै कैसे सेट करना है
ReplyDeleteबहुत बढ़िया जानकारी है. धन्यवाद, आभार!!!
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