सबसे पहले तो आपको गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।
आज सुबह जब ब्लॉग खोले तो कुछ पर इस तरह के बधाई संदेश दिखे, जिन्हें देखकर हर हिंदुस्तानी का सिर शर्म से झुक जाए। एक संदेश में भारत के नक्शे के साथ खिलवाड़ किया गया है तो दूसरे संदेश में हमारी प्यारी भाषा के साथ। आप खुद ही देखिए-
यह करतूत स्क्रेपलाइव नामक वेबसाइट की है। मान लिया कि विदेशी वेबसाइटों को हिंदी और हिंदुस्तान की ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन हम तो समझदार हैं!!!!!!!!!!!!
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वाकई शर्म की बात है.. हमें अतिरिक्त सावधानी की जरुरत है..
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाऐं..
विदेशी तो हमारी इज्ज़त तब न करें जब हम पहले ख़ुद अपनी इज्ज़त करनी सीख जाएं. अभी तो हम ख़ुद अपनी इज्ज़त नहीं करते, विदेशी कैसे करेंगे.
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाऐं!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को गणतंत्र दिवस पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
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ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ ...
ReplyDeleteअनिल कान्त
मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
60 वें गणतंत्र दिवस के पावन-पर्व पर आपको ढेरों शुभकामनायें !! ''शब्द-शिखर'' पर ''लोक चेतना में स्वाधीनता की लय" के माध्यम से इसे महसूस करें और अपनी राय दें !!!
ReplyDeleteसर, बेचारे ने बड़ा अच्छा संदेश दिया है. मानचित्र और भाषा में भूल जरूर है. एक बार पुनः गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!!! --आपका दीपक, देवघर
ReplyDeleteस्क्रैप्स (कबाड़) वाले से और क्या उम्मीद है!
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की शुभकामनाऐं
ReplyDeleteइन संदेशों में हिन्दी लिखने में कुछ गलतियाँ रह गई है लेकिन उनकी भावनाए शायद ठीक है ! अतः इस तरह के संदेश भेजते समय कुछ सावधानी बरतनी चाहिए !
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteगणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteइस तरह के संदेशो से विरक्ति हो गयी है, यह भावना के साथ खिलवाड़ करते मालूम पड़ते हैं।
आपसे सहमत। अशुध्द भाषा में शुध्द भाव भी वितृष्णा ही पैदा करते हैं।
ReplyDeleteयह एक गम्भीर मसला है।
ReplyDeleteकृपया हमारे बक-बक पत्र पर हमारे विचारों की समीक्षा करें तो मेहेरबानी होगी
ReplyDeletehttp://prateekshujanya.blogspot.com/2009/01/blog-post.html
हेल्लो,
ReplyDeleteअंतिम दोनों ग्राफिक्स मैंने बनाया है . भाषा में गलतियों के लिए मुझे खेद है . मैं मानता हूँ की मुझसे बड़ी गलती हुई है लेकिन आप तो इसका समाधान कर सकते थे. इस लेख को लिखने में जितना समय लगाया आपने उससे काफी कम समय में आप हमें साईट में contact form से संदेशा भेज सकते थे और मैं उसी समय इन्हें ठीक कर देता . 'Its easy to criticize than to find a solution to the problem.'
खैर आगे से मैं ग्राफिक्स डिजाईन करते वक़्त इस बात का ख्याल रखूँगा.