अगली पोस्ट में टैब बॉक्स बनाने का आसान सा तरीका जारी किया जाएगा। तब तक आप अपने ब्लॉग के लेबल की स्थिति को सुधार लें। नीचे लाल रंग से दर्शाई गई सलाह का खास ख्याल रखें।
पिछली पोस्ट में एक आसान से टैब बॉक्स की जानकारी दी गई थी। एक ऐसा बक्सा जो बहुत कम जगह में आपकी 50 पोस्ट को एक ही जगह पर दिखा सकता है। बहुत से साथियों ने इसे बनाने का सरल तरीका जानने में दिलचस्पी दिखाई है। अब मैं यह तरीका आपको सिखाने वाला हूं। लेकिन यह बक्सा आपके ब्लॉग पर ठीक से काम करे, इसके लिए सबसे पहले आपको अपनी पोस्ट के साथ दिखाए जाने वाले लेबल या टैग की स्थिति को ठीक करना होगा। संदीप जी ने भी सी-बॉक्स पर अपना सवाल भेजकर जानना चाहा है कि टैग की स्थिति कैसे सुधारी जा सकती है?मैंने पाया है कि ज्यादातर ब्लॉगर साथी लेबल या टैग सुविधा का ठीक से इस्तेमाल नहीं करते। कुछ लोग अपनी पोस्ट के साथ लेबल लगाते ही नहीं हैं और कुछ लगाते भी हैं तो इतने सारे की गिनती दहाई की संख्या तक पहुंच जाती है। कुछ साथी तो लेबल में शब्द की जगह पूरा वाक्य लिख देते हैं। जो लोग लेबल के विषय में नहीं जानते हैं, उनकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि यह ऐसे की-वर्ड्स या शब्द समूह होते हैं, जो पोस्ट की श्रेणी का निर्धारण करते हैं। मान लीजिए कि आप कविता भी लिखते हैं और ग़ज़ल भी तो आपके लिए इस तरह की पोस्ट के टैग क्रमशः poem और ghazal होंगे। इसका फायदा यह है कि जैसे ही कोई पाठक केवल ग़ज़लें पढ़ना चाहे तो वह ghazal पर क्लिक करे और इस श्रेणी की समस्त पोस्ट एक ही जगह पा ले।
नई पोस्ट में आपको लेबल लगाने की सुविधा पोस्ट एडिटर में नीचे दाहिने कोने में दी जाती है। अगर आपने पिछली प्रविष्ठियों पर लेबल नहीं लगाए हैं या बेतरतीब लगाएं हैं तो आप इनकी स्थिति को नीचे बताए अनुसार ठीक कर लें।
आइए अब जानते हैं लेबल की स्थिति को ठीक करने का तरीका-
ब्लॉगर के डैशबोर्ड में जाइए। पोस्टिंग पर क्लिक कीजिए और एडिट पोस्ट का विकल्प चुनिए।
यहां आपको आपकी समस्त प्रविष्ठियों के शीर्षक दिख रहे होंगे। यहां आप मनचाही संख्या में पोस्ट को सलेक्ट कर मनचाहा लेबल लगा सकते हैं या अवांछित लेबल हटा सकते हैं। तरीका जानने के लिए यह छोटा सा वीडियो देखें-
अब आप अपनी पोस्ट के साथ लेबल को जोड़ने/हटाने का आसान तरीका सीख चुके होंगे।
टैब बॉक्स के लिए लेबल लगाने में आप नीचे दी गई बातों का खास ख्याल रखें-
1. लेबल की संख्या कम से कम पांच रखें और हर लेबल के साथ बराबर प्रविष्ठियां रखने की कोशिश करें।
2. लेबल आवश्यक रूप से रोमन लिपि में ही रखें। अगर आप कविता लेबल लगाना चाहते हैं तो उसे poem या kavita लिखें (यह फीड को सुगम बनाता है)।
एक बार आप अपनी पोस्ट के साथ लेबल की स्थिति ठीक कर लीजिए। उसके बाद टैब बॉक्स बनाना आपके लिए चुटकियों का काम होगा। अगली पोस्ट में टैब बॉक्स बनाने का तरीका बताया जाएगा।
किसी असुविधा की स्थिति में मुझसे टिप्पणी के जरिए संपर्क किया जा सकता है।
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अच्छा है जी। मुझे लगता है कि मेरे ब्लॉग लेबल आपकी अगली पोस्ट हेतु तैयार हैं!
ReplyDeleteजानकारी तो अच्छी दी है आपने ..लेबल तो बहुत सारे हैं व हिंदी में हैं सब अब दुबारा उसको कैसे लेबल किया जाएगा ..?
ReplyDeleteलेबल की समस्या लेकर तो कई बार आपके दरवाजे आ चुका हूं । वैसे अब लगता है कि कुछ ठीक है लेबल मैनेजमेंट । क्या केवल पाँच ही लेबल रखना चाहिये ? रिलेटेड पोस्ट का विजेट तो काम कर रहा है ठीकठाक जबकि मेरे लेबल्स की संख्या दस से भी ऊपर है ।
ReplyDeleteमैं टैब बाक्स लगा सकूँगा न ?
@ रंजना [रंजू भाटिया] जी, लेबल लगाने के लिए आपको एक-एक पोस्ट खोलने की जरूरत नहीं। इच्छानुसार प्रविष्ठियां (संख्या में कितनी भी) एक साथ सलेक्ट कीजिए और उन पर एक ही क्लिक से मनचाहा लेबल लगा दीजिए। और हां, आपको देवनागरी वाले लेबल हटाने की जरूरत नहीं है। बस उन पर रोमन में एक लेबल और लगा दीजिए।
ReplyDelete@ हिमांशु । Himanshu जी, आपको लेबल तंत्र में बदलाव करने की जरूरत नहीं है। आपको कम से कम पांच लेबल रखने हैं। पांच से ज्यादा हों तो कोई बुराई नहीं। आप टैब बॉक्स जरूर लगा सकेंगे।
बढिया है।
ReplyDelete----------
S.B.A. TSALIIM.
ये तो बडॆ काम की सलाह है. बहुत धन्यवाद आपको.
ReplyDeleteरामराम.
khaia pata to pahle se tha lekin anya sathiyon ke liye aapne ye rakha to jankar achchha laga
ReplyDeleteशुक्रिया फेंक रहा हूँ....जरा केच कीजिये ......
ReplyDeletemaine wo to kar li magar sirf gazal ye samikshaa me se koi ek hi aarahaa hai ... jaraa mere blog pe dekh le ek baargi...
ReplyDeleteaapka
aabhaar
arsh
अच्छी जानकारी हमेशा की तरह।
ReplyDeleteअच्छी जानकारी.धन्यवाद.
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी, बहुत धन्यवाद आपको |
ReplyDeleteएक और अच्छी जानकारी के लिये शुक्रिया आशीष जी...अगले पोस्ट का इंतजार
ReplyDeleteजानकारी अच्छी लगी । यह भी बताये कि ज्यादा लेबल से कोई फायदा भी होता है क्या ? कई बार एक पोस्ट मे 10 -12 लेबल देखने को मिलते है ?
ReplyDeleteबढिया जानकारी दी है .. शुक्रिया।
ReplyDeleteबहुत अच्छी जानकारी आशीष। दरअसल मैं टैग या लेबल की समस्या से जूझ रहा हूं और छह सौ पोस्टों में से पांच सौ के गलत टैग बदलने के लिए हर पोस्ट के लेबल बदलने की मुश्किल के बारे में सोचता रहता हूं। आपने काम आसान बना दिया। पर लगता है बिना फोन पर बात किये बात बनेगी नहीं:)
ReplyDeleteकुछ भी समझ में नहीं आया। इसमें से हटा कैसे सकता हूं...नया जोड़ने का विकल्प भी नहीं है। पहले से जो लेबल हैं उनका ही स्थान या पोस्ट बदल सकते हैं। एक साथ कई पोस्ट सिलेक्ट कर सब पर एक साथ नया वर्ग लिखने की सुविधा कैसे मिलेगी। मसलन मैं मकान,घर, कुटिया आदि शब्दों पर लिखी पोस्टों पर से पर एक साथ अगर सिर्फ "आवास" लेबल लगाना चाहता हूं तो कैसे लगाऊं ? उसके लिए तो हर पोस्ट खोलनी ही पड़ेगी और सबको अलग अलग पब्लिश करना पड़ेगा। ऐसे ही आहार संबंधी पोस्टों पर खान पान अलग अलग पोस्ट खोलकर ही लिखना होगा।
ReplyDeleteकुछ समझ में नहीं आया भाई।
इसी पोस्ट की प्रतीक्षा में कब से था ??
ReplyDeleteहिमांशु जी कहने से एक कली पत्ती को जो आह तक हटाया तो अब तक लगाने की जरूरत न हुई !!
चलिए आपके पीछे पीछे यह गुर भी सीखतें हैं !!
वैसे एक साथ कई पोस्ट्स के लेबल बदलने की सुविधा ब्लॉगर नमे अभी ही दी है !!
प्राइमरी का मास्टरफतेहपुर
प्रियवर आशीष खण्डेलवाल जी।
ReplyDeleteआपने हमारे जैसे नये ब्लागर के लिए तो तो
बहुत ही अच्छी जानकारी बताई है।
मुझे तो आश्चर्य होता है कि
आप इन सब युक्तियों को खोजने में
कितना परिश्रम करते होंगे।
इस रसीले मीठे फल का स्वाद चखाने के लिए,
धन्यवाद।
अच्छी जानकारी इसे ट्राई करके देखुंगा।दरअसल अपन इस फ़ील्ड मे ज़ीरो है न्।
ReplyDeleteब्लॉग को सलीका देने वाली एक बढ़िया टिप
ReplyDeleteअच्छी सलाह है।
ReplyDelete-----------
SBAI TSALIIM
is jankari ko humse bantne ki liye thanx...
ReplyDeletekya baat hai bahut umda jaankari hai ye to...
ReplyDeletemeet
क्या बढिया बात बताई आपने... मैं भी गलत लेबलिंग करती थी अब जाना.धन्यवाद.
ReplyDeleteआशीष जी अच्छी जानकारी..हां बढे भैया एक बात और आप मुझसे किसी बात पर नाराज तो नहीं है..मुझे ऐसा एक छोटी सी बात से लग रहा है..आप इसे मेरे फायदे की बात ना माने मैं केवल यह जानना चाहता हूँ की क्या सच मुझसे कोई गलती हुई है!!!
ReplyDeleteवो मुझे इसलिए लगा क्योंकि आपकी ब्लॉग लिस्ट पहेले ''हिन्दुस्तान का दर्द था''..लेकिन अचानक हटा दिया गया...इसलिए दुखी हो गया..ब्लॉग के हटने से नहीं...उसकी बजह पता ना चलने से !!
आप ब्लॉग भले ही ना जोड़े पर जवाब जरुर दे दें !
आशीष जी अच्छी जानकारी..हां बढे भैया एक बात और आप मुझसे किसी बात पर नाराज तो नहीं है..मुझे ऐसा एक छोटी सी बात से लग रहा है..आप इसे मेरे फायदे की बात ना माने मैं केवल यह जानना चाहता हूँ की क्या सच मुझसे कोई गलती हुई है!!!
ReplyDeleteवो मुझे इसलिए लगा क्योंकि आपकी ब्लॉग लिस्ट पहेले ''हिन्दुस्तान का दर्द था''..लेकिन अचानक हटा दिया गया...इसलिए दुखी हो गया..ब्लॉग के हटने से नहीं...उसकी बजह पता ना चलने से !!
आप ब्लॉग भले ही ना जोड़े पर जवाब जरुर दे दें !
yah to wakayee kaam ki jaankari hai...fursat mein apply karengey
ReplyDeleteअजित जी,
ReplyDeleteटैग लगाने और मिटाने का तरीका आसान है। आपको सभी पोस्ट एक-एक कर खोलने की जरूरत नहीं। एडिट पोस्ट में उस जगह पर जाइए, जहां सारी पोस्ट की सूची एक साथ दिखती है। इसके बाद इनके आगे लगे बक्सों से पोस्ट को सलेक्ट कीजिए और ऊपर दिए गए विकल्प से सभी पर एक साथ लेबल लगा लीजिए। पोस्ट में दिए गए वीडियो को एक बार औऱ ध्यान से देखिए। आपको सब समझ आ जाएगा।