फोन खो गया है तो बरतें जरूरी सावधानी, साइबर-आर्थिक अपराधों से बचे रहेंगे - हिन्दी ब्लॉग टिप्स

Breaking

Sunday, January 23

फोन खो गया है तो बरतें जरूरी सावधानी, साइबर-आर्थिक अपराधों से बचे रहेंगे

फोन आपका पर्सनल असिस्टेंट भी होता है। यदि यह खो जाए तो कुछ हजार रुपए का एक उपकरण ही नहीं खोता, बल्कि इसके साथ आपके बहुत महत्वपूर्ण निजी डेटा का नुकसान भी आपको उठाना पड़ता है। साथ ही आपके पर्सनल डेटा, बैंकिंग ऐप्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के दुरुपयोग की आशंका भी बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में आपको कौन से जरूरी काम कर लेने चाहिए, जानते हैं इस आलेख में-

इस बारे में और जानकारी देता मेरा एक आलेख राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। 

1. 155260 पर कॉल कीजिए
फोन के खोने की पुष्टि होते ही सबसे पहले आपको राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के टोल फ्री नंबर 155260 पर तुरंत संपर्क करना चाहिए। यहां आप फोन के खोने पर संभावित साइबर अपराध के सिलसिले में शिकायत घर बैठे ही पुलिस को दे सकते हैं और यह शिकायत स्वचलित रूप से आपके नजदीकी पुलिस थाने तक पहुंच जाती है। 

2. फोन की लोकेशन देखिए
एंड्रॉइड और आइओएस दोनों के लिए ही आप अपने फोन की करंट लोकेशन या लास्ट एक्टिव लोकेशन का पता लगा सकते हैं। एंड्रॉइड फोन के लिए आप नीचे दिए गए लिंक पर जाइए और इसे उस र्ईमेल आईडी से लॉग इन कीजिए, जो आपके खोए हुए फोन में दर्ज है। 
यहां आपको गूगल मैप पर फोन की लोकेशन तो दिखेगी ही, साथ ही यह भी पता चलेगा कि   आपका फोन ऑन है या ऑफ। साथ ही आप फोन की घंटी को भी लंबे समय के लिए बजा सकते हैं। 
एपल फोन के लिए आप नीचे दिए गए लिंक का उपयोग कर सकते हैं-

3. फोन को लॉक करें या डेटा डिलीट करें
यदि आपका फोन खो चुका है और मिलने की संभावना नहीं है तो आपके संवेदनशील डेटा को गलत हाथों में जाने से रोकने के लिए आप इसे लॉक कर सकते हैं या फिर इसका डेटा पूरी तरह डिलीट कर सकते हैं। इसके लिए आप ऊपर दिए गए लिंक पर जाएं। यहां आपको फोन को लॉक करने या  डेटा डिलीट करने के विकल्प मिल जाएंगे। 

4. सिम ब्लॉक करवाएं
 फोन के दुरुपयोग को रोकने के लिए आपको अपने फोन सर्विस प्रोवाइडर जैसे जियो, वीआइ, एयरटेल या बीएसएनएल पर फोन कर अपनी सिम को तुरंत ब्लॉक करने का अनुरोध देना चाहिए। इससे आपके बैंकिंग खातों के पासवर्ड के ओटीपी भी गलत हाथों में नहीं पहुंचेंगे और संभावित साइबर अपराध से बच सकेंगे। 

5. डिजिटल वॉलेट या बैंकिंग ऐप्स के पासवर्ड बदलिए
आप कंप्यूटर या किसी दूसरे डिवाइस की मदद से अपने खोए फोन में लॉगइन किए गए डिजिटल वॉलेट या बैंकिंग ऐप्स को लॉगइन कीजिए और उनके पासवर्ड बदलने की कोशिश कीजिए। इससे ये खाते अपने आप आपके खोए फोन में लॉगआउट हो जाएंगे। यदि ओटीपी की वजह से पासवर्ड बदलना संभव न हो तो आप इन कंपनियों के कॉल सेंटर पर कॉल कर अपने खातों को फ्रीज करवा दीजिए।  

6. खातों को अनलिंक करें
यदि पासवर्ड बदलने से भी आपको मानसिक संतुष्टि नहीं मिलती है तो आप अपने सभी क्लाउड खातों को मैनुअल रूप से अनलिंक कर सकते हैं। अपने क्लाउड स्टोरेज जैसे ड्रॉपबॉक्स, गूगल ड्राइव आदि को अनलिंक करना भी सिंकिंग प्रक्रिया को रोक सकता है और इससे आपके खाते सुरक्षित हो जाते हैं। आप अपने डेस्कटॉप या किसी अन्य मोबाइल डिवाइस से खाते के सिक्योरिटी पेज पर जाकर सूची से अपने खोए हुए डिवाइस को हटा सकते हैं।

7. ईमेल और सोशल मीडिया हैंडल्स को सुरक्षित कीजिए
ईमेल और सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए भी अपराधी साइबर क्राइम कर सकते हैं। इसलिए इनकी सुरक्षा भी जरूरी है। आप कंप्यूटर या दूसरे डिवाइस पर इन खातों को लॉगइन करें और इनकी सैटिंग्स में लॉगआउट फ्रॉम ऑल डिवाइस का विकल्प खोजिए। इस पर क्लिक करते ही आपके खोए फोन पर ये अकाउंट बंद हो जाएंगे। यदि यह संभव न हो तो इन खातों के भी पासवर्ड बदल लें। 

पहले ही अलर्ट तो कम होगा नुकसान 
यदि आप चाहते हैं कि फोन खोने पर आप को कम से कम नुकसान झेलना पड़े तो इसके लिए ये टिप्स अजमा सकते हैं
  • फोन लॉक का इस्तेमाल
    अपने फोन को लॉक रखें। संभव हो तो इसमें फिंगर या फेस डिटेक्शन जैसे बायोमेट्रिक रिकॉग्निशन को ऑन रखे। इससे फोन आपकी मौजूदगी के बगैर ऑन नही होगा। 
  • ऐप लॉक करेगा मदद
    डिजिटल वॉलेट, बैंकिंग ऐप्स और सोशल मीडिया के लिए ऐप लॉक का इस्तेमाल करें। यदि आपके फोन में यह सुविधा बाय डिफॉल्ट नही है तो किसी थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे फोन खुलने पर भी ये ऐप्स लॉक ही रहेंगे। 
  • ओटीपी के लिए अलग फोन
    बैंक अकाउंट को एक अलग सिम से अटैच कर सकते हैं और उस सिम को अलग फोन में रख सकते हैं। इस सिम के लिए कोई सस्ता फीचर फोन भी खरीदा जा सकता है। इससे फोन खो भी गया तो आप बैंक ट्रांजेक्शन से होने वाले नुकसान से बच जायेंगे।
  • फाइंड माय डिवाइस फीचर ऑन रखे
    इस फीचर की मदद से खोए फोन की लोकेशन का आसानी से पता लगाया जा सकता है। अधिकतर फोन में यह फीचर बाय डिफॉल्ट ऑन होता है, लेकिन कुछ में यह ऑफ होता है। इसलिए सेटिंग्स में जाकर यह जांच ले कि यह फीचर ऑन है या नहीं।
  • पासवर्ड सेव न रखें
    गूगल क्रोम व कुछ दूसरे ब्राउजर्स आपके पासवर्ड सेव रखने का विकल्प देते हैं। सुकून देने वाली यह सुविधा आपके लिए सिरदर्द भी बन सकती है। फोन खोने पर अवांछित व्यक्ति को आपके पासवर्ड आसानी से मिल जाएंगे और वह इनका आसानी से दुरुपयोग कर सकता हैं।
  • बैकअप लेते रहें
    फोन से अपने जरूरी डेटा का समय समय पर बैकअप जरूर लें। इससे फोन खोने की स्थिति में आपको डेटा लॉस नही झेलना होगा।
  • कॉन्टैक्ट्स को क्लाउड पर सेव करें
    यदि आप कॉन्टैक्ट्स को डिवाइस में सेव करते हैं तो डिवाइस खोने पर आपको कॉन्टैक्ट भी खोने का दर रहेगा। इसलिए उन्हें गूगल या किसी दूसरी क्लाउड सर्विस पर सेव करें।
क्या आपको यह लेख पसंद आया? अगर हां, तो ...इस ब्लॉग के प्रशंसक बनिए !! 

No comments:

Post a Comment