tag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post2218445692348354677..comments2024-03-01T16:38:08.490+05:30Comments on हिन्दी ब्लॉग टिप्स: 469 से मिन्नतें, टिप्पणियां केवल 15.. ब्लॉगर साथियो बहुत नाइंसाफ़ी है..Ashish Khandelwalhttp://www.blogger.com/profile/09509723253252348001noreply@blogger.comBlogger59125tag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-73177731766666499672011-02-18T21:18:15.618+05:302011-02-18T21:18:15.618+05:30पहले यहाँ से अपने ब्लॉग के लिए फोटो लोक करने का टू...पहले यहाँ से अपने ब्लॉग के लिए फोटो लोक करने का टूल लिया था. अब काम नहीं कर रहा. आपने यहाँ से भी लोक हटा दिया है. अब फोटो लोक करने के लिए क्या किया जाए. कृपया बताएंगे तो बड़ी कृपा होगी. <br />saharanavinjoshi@gmail.comडॉ. नवीन जोशी https://www.blogger.com/profile/00241771195794155961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-16191715334347833602009-08-25T10:05:29.144+05:302009-08-25T10:05:29.144+05:30लोकेन्द्र जी,
दो दिन नेट से दूर था इसलिए देरी से...<b>लोकेन्द्र जी, <br /><br />दो दिन नेट से दूर था इसलिए देरी से जवाब देने का मुझे अफसोस है। <br /><br />आपने मेरी पोस्ट को बहुत गलत तरीके से देखा है, जबकि मैं स्पष्ट कर चुका था कि इस पोस्ट का आशय क्या है। मेरी मंशा को जानने के लिए आप <a href="http://harshanurag.blogspot.com/2009/08/blog-post_17.html" rel="nofollow">इस ब्लॉग</a> पर पिछले हफ्ते की गई मेरी टिप्पणी देखिए-</b><br /><br /><br /><i>आशीष खण्डेलवाल (Ashish Khandelwal) said... <br />आपकी बात से शत-प्रतिशत सहमत।<br /><br />मेरे ब्लॉग का प्रयोजन हर तरह से नए ब्लॉगर को प्रोत्साहन देना ही है। मैं चाहता हूं कि हिन्दी ब्लॉगिंग में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं और अंतर्जाल पर हिन्दी के खज़ाने की समृद्ध करें। इस पोस्ट में मैंने कहीं पर भी न तो किसी साथी का नाम दिया है और न ही पहचान का अन्य तरीका। जिन साथियों की मेल यहां उद्धृत्त की गई हैं, वे केवल मिसाल के लिए हैं और साफ़ कह चुका हूं कि इसे अन्यथा न लिया जाए। <br /><br />आपको इस बात पर तो सहमत होना पड़ेगा कि आप किसी भी अनजान मेल बॉक्स में अनचाही मेल नहीं छोड़ सकते। मेल छोड़ दी वह भी ठीक.. लेकिन इस तरह 469 अनजान लोगों को ई-मेल पते मुहैया नहीं करा सकते। जब ये मेल पते ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच फैलने लगते हैं तो प्रोफेशनल स्पैमर्स के हाथ भी आसानी से पहुंच जाते हैं। उनकी जुगत तो नए-नए ई-मेल पते जुटाना ही होती है। तो क्या नए साथियों को यह अधिकार दे दिया जाए? <br /><br />हैपी ब्लॉगिंग :)<br /><br />August 17, 2009 1:33 PM </i><br /><br /><br /><b>इसके बाद मैं आपका ध्यान <a href="http://taau.taau.in/2009/08/36_24.html" rel="nofollow">इस ब्लॉग</a> पर कल प्रकाशित हुए <a href="http://udantashtari.blogspot.com" rel="nofollow">आदरणीय समीरलाल जी</a> के इस कथन की ओर दिलाना चाहता हूं-</b><br /><br /><br /><i>आज बात करते हैं ईमेल के विषय में. <br />कृपया ईमेल को ईमेल ही रहने दें, ब्रॉडकास्टिंग का माध्यम न बनायें. <br /><br />आपने पोस्ट लिखी, बहुत अच्छा किया. आप उसे पढ़वाना चाहते हैं, यह और भी अच्छी बात है किन्तु इस हेतु ईमेल का इस्तेमाल. इस कार्य हेतु एग्रीगेटरर्स हैं. ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत इस कार्य को पूर्ण सफलता से निष्पादित कर रहे हैं. फिर ईमेल किसलिये? <br /><br />ईमेल निजी वार्तालाप और पत्र व्यवहार के लिए है. ईमेल पता भी निजी ही होता है और आप १०० लोगों को एक साथ ईमेल भेज कर एक तो पते की निजता को भंग कर रहे हैं, दूसरे आप पर विश्वास करके जिसने आपको अपना पता दिया, उसे सार्वजनिक कर आप उसके साथ विश्वासघात भी कर रहे हैं. <br /><br />आश्चर्य तब होता है, जब सीधे मना करने का भी कोई असर नहीं होता. मानो उस ईमेल को वो इग्नोर कर अपना ईमेल ब्रॉडकास्ट पूर्ववत जारी रखते हैं. <br /><br />मुझे लगता है कि जिस तरह किसी भी वस्तु के इस्तेमाल के पूर्व जैसे आप उसके संचालन बारे में सारी जानकारी एकत्रित कर जान लेते हैं वैसे ही ईमेल के सामान्य शिष्टाचार के बारे में भी आपको जानकारी एकत्रित कर उसे आत्मसात करना चाहिये. <br /><br />कहीं ऐसा न हो कि आपकी हरकत से तंग आ कोई आपको ब्लॉक कर दे और फिर आप जब जरुरी कार्य हेतु निजी पत्र भी भेजना चाहें तो वो उस तक न प्राप्त हो. <br /><br />तो अंत में: <br /><br />हमने देखे हैं हजारों पते <br /><br />ब्लॉक होते हुए... <br /><br />ईमेल को ईमेल ही रहने दो, <br /><br />कोई और नाम न दो.. </i><br /><br /><br /><b>इसके अलावा मुझे कुछ और नहीं कहना.. मेरा इरादा आपके मन को ठेस पहुंचाना नहीं था.. हैपी ब्लॉगिंग.</b>Ashish Khandelwalhttps://www.blogger.com/profile/09509723253252348001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-33226831978639990272009-08-24T16:39:12.065+05:302009-08-24T16:39:12.065+05:30आशीष जी,
आज हम भी बैठे हैं आपके कुचे में गुनहगारों...आशीष जी,<br />आज हम भी बैठे हैं आपके कुचे में गुनहगारों की तरह....<br />ठोकर न लगाना हम ख़ुद हैं गिरती हुई दीवारों की तरह.....<br />हुजुर ३ महीना पाहिले ब्लॉग्गिंग का दुनिया में कदम रखें हैं..उसके पाहिले ब्लागगिंग कौन चिडिया है जानते तक नहीं थे.....किसी का ऐसा ही ईमेल आईडिया दिया रहा.....सो भेज दिए....और आप जैसन धुरन्ध्रन के आगे हमरी का बिसात....हम या तो लाइन का लास्ट में होते हैं.....या जहाँ खड़े होते हैं उहाँ से लैनवे गाईब हो जाता है....आज हमरा जन्मदिन है और कसम खा रहे हैं अब किसी को, कभी भी, कुछ भी नहीं भेजेंगे.....चाहे टिपण्णी मिले कि न मिले...और इक बात हमरा लिस्ट इत्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्ता लम्बा नहीं है.....स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-17411354099394945932009-08-23T16:57:15.036+05:302009-08-23T16:57:15.036+05:30महोदय आशीष खंडेलवाल जी.....
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद...महोदय आशीष खंडेलवाल जी.....<br />आपका बहुत-बहुत धन्यवाद की आपने मेरा नाम छिपाए रखने की प्रबल कोशिश की लेकिन आपकी आँखों में ही कुछ खामी रह गई होगी नही तो नीचे मेरा नाम भी आप काला कर देते.... मै पूछना चाहता हूँ क्यों आप मेरा नाम छिपाना चाहते थे ? अगर मैंने आपके द्वारा कथित ४६९ लोगो को ई-मेल किया तो उसे स्वीकार्य करने में मुझे क्यों खेद हो सकती थी ? अपनी पहचान छिपाकर या छिपाए रहने के लिए तो मैंने कुछ नही किया था....... तो आपने ये व्यंग मेरे ऊपर क्यों दे मारा और इतने सारे लोगो में मेरी जग हँसाई कराई...... आप मेरे ब्लॉग पर १८ घंटे में आये १५ टिपण्णी के बारे में कह रहें हैं बल्कि मुझे उस लेख पर आये एक ही प्रतिक्रिया की जरूरत थी जो क्रमशः ऊपर से दूसरा अजीत भय्या का था...... आपको मै बता दूँ की मुझे भीड़ की जरूरत नही है बल्कि सच्चो की आवश्यकता है.......<br />अब यहाँ मौजूद कुछ कमेन्टबाजों को उत्तर देना चाहूँगा की मुझे भी अफसोस रहा की आपके ई-मेल का पता मेरे पास नही रहा और हमारे बीच कभी कोई संवाद स्थापित नही हो सका..... बल्कि मै अब कह सकता हूँ की भगवान ने मुझे कुछ कमनजर लोगों में अपनी बुद्धि खपाने से बचा लिया......<br />आशीष जी मै आपको बताना चाहूँगा की मै सिविल सेवा परीक्षा का प्रतियोगी हूँ और उसी में सफलता प्राप्त करने हेतु प्रयास रात हूँ..... जबकि अपने शौक के फलस्वरूप मै ब्लॉग जगत में समय निकाल कर दस्तक देता हूँ...... जिसमे आपके इस व्यंग रुपी लेख ने मुझे ऐसा धक्का दिया है की एकबार तो ब्लॉग जगत से ही नाता तोड़ लेने का मन हुआ परन्तु ऐसी घटनाओ से ऐसा कार्य करना मेरी कमजोरी को प्रर्दशित कराती..... अतः मैंने यही बने रहने का निश्चय किया..... शायद आगे आप मुझे बेशर्म भी कहते हुए कोई लेख पुनः छाप दे...... एक बात मै आपको और बताऊंगा की आपके इस लेख के फलस्वरूप पिछले शाम से मुझे चैन नही मिला है और मै पूरी रात सो भी नही पाया हूँ....... और पढाई तो दूर-दूर तक साथ नही थी.... खैर मैंने इसी से प्रेरित होकर अपने ब्लॉग पर एक लेख लिखा है और पुनः सिर्फ आपको ही उस पर आमंत्रित कर रहा हूँ..... इस आशा के साथ की आपकी प्रतिक्रिया उस पर जरूर मिलेगी और यहाँ भी मुझे सिर्फ एक ही टिपण्णी का इंतजार रहेगा वो है सिर्फ आपका.......जिससे आपके स्पष्टवादी होने का प्रमाण मिल सके......<br />धन्यवाद.......लोकेन्द्र विक्रम सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08180984515356933377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-49860008722700564732009-08-22T23:09:54.972+05:302009-08-22T23:09:54.972+05:30आशीष भाई,
मैने नवागंतुक साथी को जो पत्र लिखा है, ...आशीष भाई, <br />मैने नवागंतुक साथी को जो पत्र लिखा है, उसे यहां दे रहा हूं-<br />प्रियवर, <br />इतना दुखी न हों। ब्लागजगत में हर तरह के अनुभवों के लिए तैयार रहें। ज्यादातर लोग अभी नेट जाल पर स्पैम मेल्स की वजह से परेशान रहते हैं इसलिए ऐसा अनुभव कभी कभी हो जाता है। मेरे पास भी ब्लाग देखने के आमंत्रण-निमंत्रण आते रहते हैं और उनके आग्रह पर एक बार में वहां हो आता हूं। <br />ब्लागजगत में आपका लेखन आपके कंटेंट के आधार पर सराहा जाएगा। आप लिखते रहें। सार्थक लेखन की अनदेखी कोई नहीं कर सकता। सुझाव यही है कि स्वयं जितने ज्यादा ब्लागों पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, लोग आपको जानेंगे भी और आपके लिखे को पढ़ने आपके ब्लाग पर भी आएंगे। <br />शुभकामनाएं...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-12452380170983707722009-08-22T22:35:32.326+05:302009-08-22T22:35:32.326+05:30काश!! लोग अब भी समझ जायें तो ठीक!!काश!! लोग अब भी समझ जायें तो ठीक!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-52160874108105277272009-08-22T11:18:14.057+05:302009-08-22T11:18:14.057+05:30प्रिय दोस्तो !
मैं नेट पर अभी खुद को नवागंतुक ही...प्रिय दोस्तो !<br /> मैं नेट पर अभी खुद को नवागंतुक ही मानता हूं,भी मुझे नेट के अनेक तौर तरीके,तह्जीब से वाकिफ़ होने में शायद कुछ समय और लगेगा,मैं सीखने की प्रक्रिया में हूं ,किसी मित्र के सुझाने पर मैं जब भी कोई पोस्ट अपने दो ब्लॉग्स पर पोस्ट करता हूं ,अपने उन ४०-५० मित्रों जिन्होने मेरी रचनाओं को टिप्पणी कर सराहा है ,मेल से सूचना देता रहा हूं ,कल मैने हिन्दी ब्लॉग टिप्स... पर यह पोस्ट पढी और खुद को गुनहगार समझने लगा हूं<br /> posted by आशीष खण्डेलवाल (Ashish Khandelwal) at Hindi Blog Tips - 5 days ago<br />अगर आपने ब्लॉग पर अपना ई-मेल पता सार्वजनिक किया है, तो आपके पास भी अनजान लोगों के इस तरह के मेल आते होंगे कि हमारी पोस्ट पढ़िए, उस पर कमेंट कीजिए। जब आप सेंडर का नाम देखते हैं तो पता चलता है कि आप उसे कभी ...<br />कुछ मित्रों ने तो मुझे मेल कर सूचना देने हेतु आभार प्रगट किया और अधिकांश ने मेरे ब्लॉग पर जाकर टिप्पणी लिखी,कुछ मौन रहे,मैने प्रयास किया कि जो मौन रहे उन्हे मेल न करूं फ़िर भी शायद उन्हे मेरी मेल मिल जाती होम<br />अगर आपको मेरी इन मेल से कष्ट पहुंचा हो तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं ,कृपया मुझे एक मेल कर अपना नाम मेलिंग लिस्ट से हटाने का निर्देश दें जिससे आपके मेल बॉक्स में मेरी अनाधिकार मेल न आए/<br /><br />मैने अपने उन्ही मित्रों को यह पोस्ट मेल से भी कल भेज दी है आज ्सर्वश्री नीरज गोस्वामी,सर्वत जमाल.शरद कोकास,यशदीप,एवम् सुश्री कनुप्रिया,रंजना,लता सहित २२ मेल मुझे सकारात्मक यानि इन मित्रों ने मेल भेजते रहने को कहा है एक मित्र ने मेल की है आपकी रचनाएं मैं पढ़ता हूं अच्छी लगती हैं पर मुझे मेल न भेजें ,उनका नाम मेलिंग से हटा दिया है,शेष मित्रों के संवाद की प्रतीक्षा है मेल न मिली तो उनके नाम भी ह्टा दूंगा,<br />श्याम सखा श्याम<br /><br />आपका सदा सा<br />श्याम सखा श्यामgazalkbahanehttps://www.blogger.com/profile/13644251020362839761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-82253413978465867652009-08-20T10:57:58.235+05:302009-08-20T10:57:58.235+05:30is tarah ke mail se hum bhi bahut pareshan hain as...is tarah ke mail se hum bhi bahut pareshan hain ashish ji....<br />meetमीतhttps://www.blogger.com/profile/04299509220827485813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-78101655731452204082009-08-20T01:20:36.070+05:302009-08-20T01:20:36.070+05:30At least he/she does not have my email. bach gaye!...At least he/she does not have my email. bach gaye!! par kab tak pata nahii!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-84493098614098723252009-08-19T18:19:50.149+05:302009-08-19T18:19:50.149+05:30Sachmuch naainsaafee.
( Treasurer-S. T. )Sachmuch naainsaafee.<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">( Treasurer-S. </a><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">T. )</a>Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-10265808477158279572009-08-18T17:41:35.064+05:302009-08-18T17:41:35.064+05:30बस बस बस ....ये तो एकदम अल्फाबेटिकल है ..ऐसी ही एक...बस बस बस ....ये तो एकदम अल्फाबेटिकल है ..ऐसी ही एक मेल हमें भी मिली थी |<br />हमने उनको समझाइश देते हुए उत्तर भी दिया था , की ब्लॉग का प्रचार करना है तो भले हिंदी ब्लोगर की तरह दूसरे ब्लोगों पर घूमिये, टिप्पणी करिए तो खुद बा खुद प्रचार हो जाएगा | <br />इस तरह मेल भेजकर तो सिर्फ आप गुसवा ही रहें /रहीं हैं सबको |<br />बिलकुल यही जो आपने कहा है |Arkjeshhttp://www.arkjesh.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-2837589475297196822009-08-18T13:55:11.737+05:302009-08-18T13:55:11.737+05:30बस अपनी बात कहते जाइये,टिप्प्णी को माप दंड न समझे...बस अपनी बात कहते जाइये,टिप्प्णी को माप दंड न समझें ।डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-47959663882117930762009-08-18T00:49:43.585+05:302009-08-18T00:49:43.585+05:3015 अगस्त पर 15 टिप्पणी .. 26 जनवरी तक क्या होगा ? ...15 अगस्त पर 15 टिप्पणी .. 26 जनवरी तक क्या होगा ? आपकी मेहनत को सलाम >शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-13211273374280687342009-08-18T00:16:49.606+05:302009-08-18T00:16:49.606+05:30आशीषजी शानदार टिप्पणी के लिए यहां जरूर पढिए
http...आशीषजी शानदार टिप्पणी के लिए यहां जरूर पढिए <br />http://harshanurag.blogspot.com/2009/08/blog-post_17.htmlAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-27948697485732778122009-08-17T18:49:54.447+05:302009-08-17T18:49:54.447+05:30दुखती रग पर हाथ धर दिया आपने आशीष जी...आज तक उस दि...दुखती रग पर हाथ धर दिया आपने आशीष जी...आज तक उस दिन को कोसती हूँ जब अपना ईमेल ब्लॉग पर डाला था. इतने मेल आते हैं की दुखी हो जाती हूँ...अधिकतर मेल फिल्टर कर देती हूँ या स्पैम मार्क कर देती हूँ. अफ़सोस इस बात का होता है की अगर भेज ही रहे हैं तो कमसे कम bcc का प्रयोग करें cc की जगह...ताकि बाकी लोगों को परेशानी न हो...आफत तो तब होती है जब ऐसे मेल आने पर लोग reply भी करते हैं तो reply to all कर देते हैं.Puja Upadhyayhttps://www.blogger.com/profile/15506987275954323855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-24366431732504600362009-08-17T14:49:11.808+05:302009-08-17T14:49:11.808+05:30apne apeel to damdaar ki hai...bas sunne wale ise ...apne apeel to damdaar ki hai...bas sunne wale ise sun le...Vineeta Yashsavihttps://www.blogger.com/profile/10574001200862952259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-69221964360626333722009-08-17T13:50:20.936+05:302009-08-17T13:50:20.936+05:30बात तो पते की कही है आपने ...समझने की बात है ..बात तो पते की कही है आपने ...समझने की बात है ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-4867451038627082842009-08-17T13:10:37.882+05:302009-08-17T13:10:37.882+05:30uff... ham itne bhi famous abhi nahi huye hain jit...uff... ham itne bhi famous abhi nahi huye hain jitna ki sochte the.. mera naam list me nahi hai.. ;-)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-11157141428063524592009-08-17T11:05:15.125+05:302009-08-17T11:05:15.125+05:30SArthak bat kahi apne...mail kholiye to aise spam ...SArthak bat kahi apne...mail kholiye to aise spam se rubaru hona padta hai...shayad apki post padhkar logon ka dimag khule.Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-48020061452750253222009-08-16T22:02:33.888+05:302009-08-16T22:02:33.888+05:30maanneeyमाननीय आशीष जी ,आपने यह लेख १५ दिन पहले क्...maanneeyमाननीय आशीष जी ,आपने यह लेख १५ दिन पहले क्यों नहीं लिखा ?एक ग़लती मुझसे हो चुकी है .मैंने एक रिसर्च की है तो उस दवा के बारे में अधिकाधिक लोगो को बता देना चाहती थी क्योंकि स्वाईन फ्लू का भय पूरे देश में व्याप्त है जिसकी काट उस दवा में थी ...मैंने ४० लोगो को मेल करके वह जानकारी पढने के लिए कही थी .मैं इस ग़लती की आप सभी से माफी मांगती हूँ .वैसे ऐसा करने के पीछे मेरा उद्देश्य सबको लाभ पहुंचाना ही था ...क्योंकि मैं रिसर्च में तन -मन -और धन सिर्फ मानव कल्याण के लिए ही खर्च करती हूँ और मैं जानती हूँ कि मेरा ब्लॉग एक नीरस ब्लॉग है.किन्तु बड़ी कीमती जानकारी देने के लिए मैंने यह ग़लती की .पुनश्च क्षमायाचनाalka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-11229673340493422632009-08-16T21:37:48.791+05:302009-08-16T21:37:48.791+05:30यही e-mail थी या नही पता....लेकिन बिल्कुल ऐसी...यही e-mail थी या नही पता....लेकिन बिल्कुल ऐसी e-mail आती रहतीं हैं ...कई बार , blogger जाने पहचाने होते हैं ..कई बार , नाम पूरी तरह पहचाना सा लगता है ..और मेरी जैसी ,ब्लॉग पे पहुँच भी जाती है....!<br /><br />मैंने पूरी IDs तो नही पढीं ! लेकिन बहुत ,बहुत शुक्रिया ...आगाह कराने के लिए !<br /><br />http://shamasansmaran.blogspot.com<br /><br />http://kavitasbyshama.blogspot.com<br /><br />http://lalitlekh.blogspot.com<br /><br />http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.comshamahttps://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-40815013773256145222009-08-16T20:03:56.324+05:302009-08-16T20:03:56.324+05:30सही मुद्दा उठाया है आपने ऍसी चिट्ठियों के मद्देनज़...सही मुद्दा उठाया है आपने ऍसी चिट्ठियों के मद्देनज़र। टिप्पणियों में बिना किसी कारण के लिंक देने वाले भी इसी कोटि में आते हैं।<br />पर ई मेल सब्सक्रिपश्न वाली चिट्ठी आपके किसी अन्य मित्र द्वारा आपका ई मेल डाल देने से भी आ सकती है। अगर खुद ब्लॉग लेखक ने ऍसा किया है तो वो सही नहीं है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-17764901773828896402009-08-16T18:16:26.950+05:302009-08-16T18:16:26.950+05:30आशीश जी जा्नकारी के लियेआशीश जी जा्नकारी के लियेVinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-36176674767533525722009-08-16T15:28:53.045+05:302009-08-16T15:28:53.045+05:30आशिस जी, मूझे हिन्दी मे एक लोगो बनाना है|
जिसपर म...आशिस जी, मूझे हिन्दी मे एक लोगो बनाना है|<br /><br />जिसपर मै हिन्दी मे लिखना चाहता हूं|<br /><br />फोटोसोप मे लिख लेता हूं पर 30 मिनट लग जाते हैं हिन्दी मे लिखने मे क्या कोई टूल या कूछ एसा है जिससे मै फोटो मे हिन्दी मे आसानी से लिख लूं जैसे बारहा से लिखते हैं ??? <br /><br />kunnusingh18@gmail.com (स्पैम से नही डरता :) अब सिधे स्पैम मेल मे डाल देता हूं हर स्पैम ईमेल )Kunnu Singhhttp://indiangang.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5897080325661975090.post-54553685938935776722009-08-16T14:54:35.613+05:302009-08-16T14:54:35.613+05:30हाय हम इस सूची में भी ना हुए…हाय हम इस सूची में भी ना हुए…Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.com